हाइलाइट्स
- Viral Video में व्यक्ति को अंडा गोबर में मिलाकर खाते देखा गया
- सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियां
- यूजर्स ने धार्मिक अपमान और सांप्रदायिक नफरत फैलाई
- ‘Irshad Mansuri’ और ‘A Person’ नामक अकाउंट से भड़काऊ पोस्ट
- पुलिस और साइबर सेल ने जांच शुरू की, वीडियो की सत्यता की पड़ताल जारी
Viral Video: अंडा-गोबर खाने का वीडियो या नफरत फैलाने का माध्यम?
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक Viral Video तेजी से फैल रहा है, जिसमें एक व्यक्ति अंडे को तोड़कर गाय के गोबर में मिलाता है और फिर उसे खाता है। यह दृश्य जितना असामान्य है, उतना ही विवादास्पद भी बन गया है।
वीडियो सामने आते ही अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। लेकिन इस प्रतिक्रिया में एक बड़ा हिस्सा ऐसा भी था जिसने इस Viral Video को धर्म विशेष के लोगों का मज़ाक उड़ाने और नफरत फैलाने के हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया।
भड़काऊ पोस्ट और सांप्रदायिक टिप्पणियां
वीडियो के वायरल होते ही “A Person” नाम के यूज़र ने लिखा:
“गोबर खाने वाली कौम… हम भी जानते हैं और पूरी दुनिया जानती है कि सबसे जाहिल और गवार लोग इंडिया में पाए जाते हैं…”
इसी तरह, Irshad Mansuri नामक यूज़र ने टिप्पणी की:
“2014 के बाद इनका भविष्य उज्जवल हो गया है, अब ये लोग गोबर और अंडा मिलाकर खाते हैं… दिमाग में गोबर भर गया है।”
इन दोनों टिप्पणियों में न सिर्फ धर्म विशेष का मज़ाक उड़ाया गया बल्कि भारत में रहने वाले करोड़ों लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुँचाई गई।
अब्दुल होता viral हो जाता 😏 pic.twitter.com/310dxCBKVk
— Mr,CooL (@MR_COOL77777) April 9, 2025
Viral Video को लेकर सोशल मीडिया का माहौल
वीडियो पर हजारों शेयर, रीट्वीट और कमेंट्स आए। कई यूज़र्स ने वीडियो को झूठा और एडिटेड बताया, तो कई लोगों ने इसे धार्मिक कटाक्ष और नफरत फैलाने वाला कृत्य कहा। कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने इसे ‘फेक ट्रेंड’ बताते हुए इसकी जांच की मांग की।
सोशल मीडिया अब सिर्फ संवाद का मंच नहीं, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन चुका है जहां हर छोटी बात को साम्प्रदायिक रंग देकर समाज में विभाजन पैदा किया जा सकता है।
पुलिस और साइबर सेल की जांच शुरू
इस Viral Video और उससे जुड़ी टिप्पणियों को लेकर बिहार, उत्तर प्रदेश, और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने संज्ञान लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, वीडियो की लोकेशन और असली पहचान की जांच की जा रही है। यदि यह पाया गया कि वीडियो के माध्यम से धार्मिक भावना भड़काने का प्रयास किया गया है, तो संबंधित यूज़र्स के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 153A, 295A और 67 के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
Viral Video: क्या यह किसी प्रयोग का हिस्सा है?
कुछ विशेषज्ञों ने यह भी आशंका जताई है कि यह वीडियो किसी सांस्कृतिक प्रयोग, स्टंट या अंधविश्वास को दिखाने का प्रयास हो सकता है। भारत में कई क्षेत्रों में गोबर को धार्मिक और औषधीय दृष्टिकोण से देखा जाता है, लेकिन उसे अंडे के साथ मिलाकर खाना एक असामान्य और आपत्तिजनक दृश्य बन जाता है।
इस Viral Video की सत्यता पर अभी कई सवाल हैं:
- क्या वीडियो में दिख रहा व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ है?
- क्या यह वीडियो जानबूझकर किसी खास एजेंडे के तहत फैलाया गया?
- क्या इसमें किसी समुदाय विशेष को बदनाम करने की कोशिश हो रही है?
सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी की ज़रूरत
हम जिस दौर में जी रहे हैं, वहाँ Viral Video एक हथियार बन चुका है – या तो मनोरंजन का, या नफरत फैलाने का। अगर किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत हरकत को सामूहिक पहचान से जोड़ा जाए, तो न केवल वह व्यक्ति बल्कि पूरा समाज निशाने पर आ जाता है।
सोशल मीडिया यूज़र्स को चाहिए कि वे किसी भी वीडियो या पोस्ट को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता जांचें, और भड़काऊ या साम्प्रदायिक टिप्पणी करने से बचें।
Viral Video के बहाने नफरत की साजिश?
यह Viral Video केवल एक व्यक्ति के कृत्य का प्रतिनिधित्व नहीं करता। इसे जिस तरह से प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है, वह यह दर्शाता है कि समाज में डिजिटल नफरत किस हद तक फैल चुकी है।
हमें चाहिए कि हम न केवल इस वीडियो की सत्यता की मांग करें, बल्कि ऐसे यूज़र्स पर भी कार्रवाई की मांग करें जो सामाजिक सौहार्द्र को नुकसान पहुँचाने का प्रयास करते हैं।
सोशल मीडिया पर आज ज़रूरत है समझदारी, विवेक और संवेदनशीलता की – ताकि किसी की आस्था, पहचान या संस्कृति मज़ाक का विषय न बने।