हाइलाइट्स:
- WHO ने वैश्विक Tuberculosis crisis को लेकर चेतावनी दी।
- वैश्विक स्तर पर टीबी से हर साल 10 लाख से अधिक लोगों की मौत।
- फंडिंग कटौती से क्षय रोग संकट और गंभीर हो सकता है।
- WHO ने Tuberculosis crisis रोकने के लिए निवेश की अपील की।
- नई स्वास्थ्य नीतियां Tuberculosis crisis से निपटने के लिए तैयार की जा रही हैं।
WHO की चेतावनी: Tuberculosis crisis के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने क्षय रोग संकट के बढ़ते खतरे को देखते हुए तत्काल उपायों की मांग की है। हर साल Tuberculosis crisis के कारण लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं, और यह बीमारी वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है।
Tuberculosis crisis का बढ़ता खतरा
WHO की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, क्षय रोग संकट से निपटने के लिए वर्तमान में उपलब्ध संसाधन अपर्याप्त हैं। कई देशों में टीबी सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिससे रोगियों की संख्या बढ़ रही है। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा, “अगर तुरंत कदम नहीं उठाए गए, तो Tuberculosis crisis पहले से भी बदतर हो सकता है।”
फंडिंग संकट और Tuberculosis crisis पर असर
टीबी से लड़ाई के लिए 2025 तक अनुमानित $22 बिलियन की जरूरत थी, लेकिन वर्तमान में इसका सिर्फ 26% ही उपलब्ध है। यह कमी क्षय रोग संकट को और गंभीर बना सकती है। WHO ने सभी देशों से अपील की है कि वे टीबी उपचार और रोकथाम के लिए अधिक निवेश करें।
WHO के उपाय: Tuberculosis crisis से निपटने के लिए नई रणनीति
WHO ने क्षय रोग संकट से लड़ने के लिए एक नई नीति तैयार की है:
- जल्द निदान और उपचार: टीबी के जल्दी निदान और समय पर उपचार से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
- वित्तीय सहायता और फंडिंग बढ़ाना: सभी देशों को टीबी रोकथाम के लिए अधिक संसाधन निवेश करने होंगे।
- रोगी सहायता सेवाओं को मजबूत करना: टीबी मरीजों को पर्याप्त सहायता मिलनी चाहिए ताकि वे पूरा उपचार ले सकें।
- नवीन तकनीकों का उपयोग: टीबी का पता लगाने और उसके उपचार के लिए नई तकनीकों का विकास और प्रयोग करना आवश्यक है।
- टीकाकरण अभियानों में वृद्धि: नए टीबी वैक्सीन पर अनुसंधान और अधिक वैक्सीनेशन जरूरी है।
Tuberculosis crisis का वैश्विक प्रभाव
Tuberculosis crisis सिर्फ स्वास्थ्य संकट नहीं है, बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक समस्याओं को भी जन्म देता है। इस बीमारी के कारण हर साल लाखों लोग कार्य करने में असमर्थ हो जाते हैं, जिससे देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है। टीबी का प्रभाव निम्नलिखित क्षेत्रों में देखा जाता है:
- स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ: टीबी के बढ़ते मामलों से अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ रहा है।
- आर्थिक नुकसान: बीमार कर्मचारियों की अनुपस्थिति से कंपनियों और उद्योगों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।
- मानसिक और सामाजिक प्रभाव: टीबी मरीजों को समाज में भेदभाव और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
Tuberculosis crisis से निपटने के लिए सरकारों की भूमिका
सरकारों को Tuberculosis crisis से लड़ने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। कुछ महत्वपूर्ण उपाय इस प्रकार हैं:
- मुफ्त और सुलभ टीबी उपचार: सरकारी अस्पतालों में टीबी का इलाज मुफ्त और आसानी से उपलब्ध कराना होगा।
- टीबी पर जागरूकता अभियान: लोगों को टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।
- प्रभावी दवाओं की उपलब्धता: दवा की कमी को रोकने के लिए सरकारों को आवश्यक कदम उठाने होंगे।
- अनुसंधान और विकास: नई टीबी दवाओं और वैक्सीन पर अधिक निवेश किया जाना चाहिए।
Tuberculosis crisis को रोकने का समय
अगर सभी देशों ने WHO की सिफारिशों का पालन किया, तो Tuberculosis crisis को नियंत्रित किया जा सकता है। इस मुद्दे को हल करने के लिए सरकारों, संगठनों और नागरिकों को एक साथ आना होगा।