हाइलाइट्स:
- वाराणसी में सामने आया Sex Trafficking का सनसनीखेज मामला, 18 वर्षीय युवती के साथ 23 लोगों ने किया गैंगरेप
- पुलिस ने मास्टरमाइंड अनमोल गुप्ता सहित 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
- स्पा सेंटर की आड़ में चल रहा था Sex Trafficking रैकेट
- पुलिस ने 33 ठिकानों पर छापेमारी कर कई सबूत जुटाए
- अन्य आरोपियों की तलाश जारी, पीड़िता का बयान दर्ज
वाराणसी में Sex Trafficking का खौफनाक खुलासा
उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वाराणसी से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 18 वर्षीय युवती को Sex Trafficking का शिकार बनाकर 23 वहशी युवकों के हवाले कर दिया गया। इस शर्मनाक घटना का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि एक स्पा सेंटर का संचालक अनमोल गुप्ता निकला, जो लंबे समय से कथित तौर पर Sex Trafficking रैकेट चला रहा था।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश के लिए अभियान जारी है।
पुलिस जांच में सामने आई Sex Trafficking की परतें
पुलिस ने पीड़िता के बयान और डिजिटल सबूतों के आधार पर जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि आरोपी अनमोल गुप्ता अपने स्पा सेंटर की आड़ में एक बड़ा Sex Trafficking रैकेट चला रहा था। उसने पीड़िता को नौकरी का झांसा देकर बुलाया और फिर उसे मोटी रकम लेकर 23 दरिंदों के हवाले कर दिया गया।
SP सिटी वाराणसी के अनुसार, “हमने 33 ठिकानों पर छापेमारी कर कई डिजिटल उपकरण, सीसीटीवी फुटेज और दस्तावेज जब्त किए हैं, जो Sex Trafficking के नेटवर्क की पुष्टि करते हैं।”
कैसे फंसी 18 साल की मासूम Sex Trafficking के जाल में
पीड़िता एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है और कुछ समय पहले नौकरी की तलाश में वाराणसी आई थी। सोशल मीडिया के जरिए उसकी जान-पहचान अनमोल गुप्ता से हुई, जिसने उसे एक स्पा में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी देने का झांसा दिया।
पहले दिन ही उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और उस पर दबाव बनाया गया। विरोध करने पर उसे डराया-धमकाया गया और फिर जबरन 23 युवकों के सामने पेश किया गया। पीड़िता ने बताया कि वह किसी तरह वहां से भागकर थाने पहुंची और पूरी घटना का खुलासा किया।
कानूनी कार्रवाई और Sex Trafficking के तहत दर्ज मामले
पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 376D (गैंगरेप), 370 (मानव तस्करी), 342 (गैरकानूनी हिरासत), और POCSO एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
Sex Trafficking के तहत दर्ज यह मामला न केवल वाराणसी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस ने जिन 9 आरोपियों को पकड़ा है, वे सभी अलग-अलग क्षेत्रों से हैं और उनमें से कई का आपराधिक रिकॉर्ड भी है।
समाज में आक्रोश, महिला संगठनों की सड़कों पर उतरने की तैयारी
जैसे ही यह मामला सामने आया, शहर और प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया। महिला संगठनों ने इसे Sex Trafficking की शर्मनाक मिसाल बताते हुए आरोपी को फांसी देने की मांग की है।
एक महिला कार्यकर्ता ने कहा, “जब तक ऐसे मामलों में त्वरित न्याय नहीं मिलेगा, Sex Trafficking जैसे घिनौने अपराध रुकने वाले नहीं हैं। हमें न्यायिक प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत है।”
अब तक की कार्रवाई और आगे की रणनीति
पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने स्पष्ट किया है कि यह मामला उनके लिए प्राथमिकता में है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। Sex Trafficking के इस मामले में अब तक की जांच के आधार पर:
- 9 आरोपी जेल भेजे गए
- 33 ठिकानों पर रेड
- पीड़िता का मेडिकल परीक्षण और काउंसलिंग
- स्पा सेंटर को सील किया गया
क्या वाराणसी में अकेला मामला है Sex Trafficking का?
विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना Sex Trafficking के संगठित नेटवर्क का सिर्फ़ एक सिरा हो सकता है। वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ जैसे शहरों में पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।
ऐसे में ज़रूरत है कि न सिर्फ कानून को सख्त बनाया जाए, बल्कि लोगों को भी सतर्क किया जाए कि वे नौकरी, मॉडलिंग या अन्य प्रलोभनों से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।