हाइलाइट्स:
- Top PSBBank की सूची में Bank of Baroda दूसरे स्थान पर, ₹27 लाख करोड़ से अधिक का कुल वैश्विक कारोबार।
- PNB भी पीछे नहीं, ₹26.83 लाख करोड़ के कुल बिजनेस के साथ तीसरे स्थान पर।
- Canara Bank ने भी ₹25 लाख करोड़ के कारोबार के साथ शीर्ष चार में बनाई जगह।
- भारत सरकार के सार्वजनिक बैंकों की वृद्धि दर में 2025 में अभूतपूर्व उछाल।
- डिजिटल बैंकिंग और विलय नीति ने मजबूत की PSB सेक्टर की नींव।
भारत के Top PSBBank की प्रोविजनल बैलेंस शीट 2025 में उजागर हुई शानदार वृद्धि
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Public Sector Banks) ने वित्त वर्ष 2024-25 की समाप्ति पर जो प्रोविजनल बैलेंस शीट जारी की है, उसने भारत की आर्थिक मजबूती की गवाही दी है। इन आंकड़ों के अनुसार, Top PSBBank में Bank of Baroda (BoB) ने ₹27,03,023 करोड़ के ग्लोबल बिजनेस के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है।
Bank of Baroda: तेजी से उभरता हुआ Top PSBBank
₹27 लाख करोड़ से अधिक का कारोबार
Bank of Baroda ने 2025 में अपने ग्लोबल बिजनेस में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है। बैंक ने ₹27,03,023 करोड़ का कुल वैश्विक कारोबार किया, जिसमें ₹16.5 लाख करोड़ का डिपॉजिट और ₹10.5 लाख करोड़ का एडवांस शामिल है। इस उपलब्धि ने BoB को भारत के टॉप PSBBank की रैंकिंग में दूसरा स्थान दिलाया है।
PNB: कड़ी टक्कर में तीसरे पायदान पर
Punjab National Bank (PNB) ने भी वित्तीय वर्ष 2025 में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। कुल ₹26,83,151 करोड़ के ग्लोबल बिजनेस के साथ यह बैंक तीसरे स्थान पर रहा। PNB ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी पहुंच को और विस्तार दिया, जिससे ग्राहकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ।
Canara Bank: चौथा स्थान लेकिन मजबूत पकड़
₹25 लाख करोड़ के क्लब में शामिल
Canara Bank ने भी टॉप चार में अपनी जगह बनाई है। ₹25 लाख करोड़ के कुल ग्लोबल बिजनेस के साथ यह चौथा सबसे बड़ा Top PSBBank बन चुका है। बैंक की डिजिटल बैंकिंग रणनीति और MSME सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने की नीति ने इसके कारोबार को मजबूती दी है।
सरकारी बैंकों की रैंकिंग: एक नजर
रैंक | बैंक का नाम | कुल ग्लोबल बिजनेस (₹ करोड़ में) |
---|---|---|
1 | State Bank of India | ₹70,00,000 (अनुमानित) |
2 | Bank of Baroda | ₹27,03,023 |
3 | Punjab National Bank | ₹26,83,151 |
4 | Canara Bank | ₹25,00,000+ |
डिजिटल परिवर्तन का असर
Core Banking से लेकर Blockchain तक
Top PSBBank की सफलता के पीछे डिजिटल परिवर्तन भी एक महत्वपूर्ण कारण रहा है। Bank of Baroda और Canara Bank जैसे बैंक ने डिजिटल बैंकिंग को प्राथमिकता दी। UPI, IMPS और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए ग्राहकों को seamless सेवा प्रदान की गई। इसके अलावा, कई बैंकों ने blockchain-based trade finance और AI-driven customer support पर भी काम शुरू कर दिया है।
सरकार की नीतियों का योगदान
विलय नीति, पूंजी निवेश और वित्तीय समावेशन जैसे कदमों ने सार्वजनिक बैंकों को मजबूत बनाया है। Bank of Baroda और Vijaya Bank तथा Dena Bank के विलय के बाद जो नया बैंक बना, उसने 2025 में खुद को टॉप पब्लिक सेक्टर बैंक की दौड़ में सबसे आगे कर लिया।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यही गति बनी रही, तो भारत के PSB सेक्टर का कुल ग्लोबल बिजनेस 2026 तक ₹150 लाख करोड़ को पार कर सकता है। इसमें Bank of Baroda और PNB जैसे बैंकों की भूमिका निर्णायक होगी।
भारत के टॉप PSB बैंकों ने वित्त वर्ष 2025 में जो प्रदर्शन किया है, वह देश की आर्थिक स्थिति और बैंकिंग ढांचे की मजबूती का स्पष्ट प्रमाण है। Top PSBBank की इस रैंकिंग में Bank of Baroda का उभर कर सामने आना इस बात का संकेत है कि तकनीकी नवाचार, नीतिगत सहयोग और मजबूत नेतृत्व मिलकर भारत को वित्तीय महाशक्ति बना सकते हैं।