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Property Dealer ने की पत्नी की निर्मम हत्या, नाले में मिली लाश: दिल्ली के दिल दहलाने वाले हत्याकांड की पूरी कहानी

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हाइलाइट्स:

पति बना हैवान: 20 साल पुराना रिश्ता टूटा खून से

दिल्ली में एक ऐसा खौफनाक हत्याकांड सामने आया है जिसने रिश्तों की गहराई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पेशे से property dealer अनिल सिंह ने अपनी पत्नी सीमा सिंह की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को प्लास्टिक की बोरी में भरकर, उस पर सीमेंट और रेत का लेप चढ़ाया और फिर उसे एक नाले में फेंक दिया।

अलग-अलग रहते थे पति-पत्नी, बच्चों का टूटा संसार

सीमा और अनिल की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। दोनों के दो बेटे हैं—17 साल और 6 साल के। लेकिन बीते कुछ वर्षों से दोनों के बीच मनमुटाव चल रहा था। अनिल गुरुग्राम के फार्म हाउस में अपनी मां के साथ रहता था जबकि सीमा द्वारका की एक कोठी में अपने बड़े बेटे के साथ रहती थी।

सीमा के मायकेवालों के अनुसार, द्वारका कोठी की चाभी सिर्फ दो लोगों के पास थी—सीमा और अनिल। ऐसे में संदेह की सुई सीधा property dealer पति की ओर घूमी।

पुलिस को बरगलाता रहा आरोपी

हत्या के बाद अनिल ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की। उसने दावा किया कि सीमा वृंदावन चली गई है और संभवतः वहीं कहीं है। लेकिन जब सीमा कई दिनों तक न मिली और मोबाइल भी बंद रहा, तब उसके परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने जांच तेज की और कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज और कॉल लोकेशन के आधार पर जब अनिल को सख्ती से पूछताछ में लिया गया, तो सच सामने आ गया।

Property Dealer के शातिर प्लान की परतें खुलीं

हत्या के बाद property dealer अनिल ने सीमा की लाश को प्लास्टिक की मोटी बोरी में डाला। इसके बाद उसने अपने साथी शिवशंकर की मदद से शव को सीमेंट और रेत के मिश्रण से ढककर जमाया, ताकि पहचान न हो सके। फिर उसे रात के अंधेरे में एक सुनसान नाले में फेंक दिया।

लेकिन अपराध कितना भी योजनाबद्ध हो, कोई न कोई सबूत छूट ही जाता है। इस मामले में वह सबूत बनी सीमा की नोज पिन, जो शव के साथ ही बरामद हुई और जिससे उसकी पहचान की गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली हत्या की परतें

सीमा सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ हो गया कि उसकी मौत गला दबाने से हुई थी। रिपोर्ट में किसी नशीले पदार्थ के सेवन या गोली लगने का कोई संकेत नहीं था। गला दबाने के निशान साफ तौर पर हत्या की ओर इशारा कर रहे थे।

इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने property dealer अनिल सिंह और उसके साथी शिवशंकर को गिरफ्तार कर लिया।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

सीमा के परिवार वाले इस घटना से सदमे में हैं। उनका कहना है कि सीमा ने कभी किसी से कोई शिकायत नहीं की थी। हालांकि उन्होंने यह ज़रूर स्वीकार किया कि सीमा और अनिल के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे।

मायकेवालों ने आरोप लगाया कि अनिल अक्सर सीमा को मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था, लेकिन सीमा अपने बच्चों के कारण चुप रही।

हत्या की वजह पर अब भी सस्पेंस

पुलिस ने आरोपी property dealer से पूछताछ की है, लेकिन हत्या के पीछे की असल वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है। अनुमान है कि यह मामला प्रॉपर्टी विवाद, अवैध संबंध या मानसिक तनाव से जुड़ा हो सकता है।

फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शन सहित सभी एंगल से जांच कर रही है।

क्या कहता है कानून?

इस तरह की हत्या भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूत नष्ट करना), और 120बी (षड्यंत्र) के तहत आती है। यदि अदालत में आरोप सिद्ध हो जाते हैं, तो आरोपी property dealer को आजीवन कारावास या फांसी की सजा तक हो सकती है।

समाज के लिए सबक

यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज को झकझोर देने वाली घटना है। Property dealer जैसे प्रतिष्ठित पेशे से जुड़ा व्यक्ति जब इतनी क्रूरता कर सकता है, तो यह सोचने पर मजबूर करता है कि रिश्तों में कड़वाहट कैसे हिंसा में बदल सकती है।

पुलिस की सक्रियता से खुला मामला

इस केस में दिल्ली पुलिस की सक्रियता और तेज़ कार्रवाई की सराहना की जा रही है। यदि पुलिस ने समय रहते अनिल की गतिविधियों पर संदेह न जताया होता, तो शायद यह अपराध कभी उजागर नहीं हो पाता।

दिल्ली का यह हत्याकांड न केवल रिश्तों की त्रासदी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अपराध कितनी भी सफाई से किया जाए, सच्चाई एक न एक दिन सामने आ ही जाती है। Property dealer अनिल सिंह के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई शुरू हो चुकी है और उम्मीद है कि सीमा सिंह को जल्द ही न्याय मिलेगा।

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