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‘Phule’ फिल्म का बहिष्कार या इतिहास जानने का सुनहरा मौका? जानिए पूरी सच्चाई

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हाइलाइट्स:

  • ‘Phule’ फिल्म का टीज़र रिलीज़ होते ही सोशल मीडिया पर बवाल
  • X पर इंजीनियर रामेश्वर धनगर ने किया बड़ा दावा – ‘3% लोग करेंगे बहिष्कार’
  • महाराष्ट्र विधानसभा ने पास किया प्रस्ताव – महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने की मांग
  • 11 अप्रैल 2025 को महात्मा फुले की जयंती पर रिलीज़ होगी फिल्म
  • बहुजन समाज के लिए यह फिल्म इतिहास को जानने का सुनहरा अवसर

‘Phule’ फिल्म के टीज़र ने क्यों मचाया बवाल?

हाल ही में महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म ‘Phule’ का टीज़र रिलीज़ किया गया। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई कि आखिर इस फिल्म का समर्थन किया जाए या इसका विरोध?

X (पहले ट्विटर) पर इंजीनियर रामेश्वर धनगर ने एक पोस्ट में दावा किया कि देश की 3% विशेष जातियाँ इस फिल्म का बहिष्कार करेंगी उनका कहना है कि इन जातियों ने फुले दंपति के समय से लेकर आज तक समाज के बड़े वर्ग के अधिकारों को छीना है और अब वे नहीं चाहते कि बहुजन समाज अपने वास्तविक इतिहास को जाने।

विडंबना यह है कि इस बहिष्कार में वही जातियाँ भी शामिल होंगी, जिनके अधिकार इनके पूर्वजों ने छीन लिए थे, और आज उन्हें ‘हिंदू’ कहकर बहकाया जा रहा है।

महाराष्ट्र विधानसभा ने क्यों पास किया भारत रत्न का प्रस्ताव?

24 मार्च 2025 को महाराष्ट्र विधानसभा ने एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पास किया, जिसमें महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने की मांग की गई। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ, जो यह दर्शाता है कि फुले दंपति का योगदान पूरे देश के लिए कितना महत्वपूर्ण है।

महात्मा फुले ने शिक्षा, जातिवाद, और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में जो योगदान दिया, वह अतुलनीय है। उन्होंने सत्यशोधक समाज की स्थापना की और शिक्षा को दलित एवं पिछड़े वर्गों के लिए सुलभ बनाया। उनकी पत्नी, सावित्रीबाई फुले, भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं और महिलाओं की शिक्षा के लिए क्रांति लेकर आईं।

‘Phule’ फिल्म का बहिष्कार क्यों किया जा रहा है?

बहिष्कार की यह राजनीति कोई नई बात नहीं है। जब भी दलित-पिछड़े समाज के इतिहास को उजागर करने वाली कोई फिल्म, किताब या डॉक्यूमेंट्री आती है, तब इसे दबाने की कोशिश की जाती है।

कुछ कारण जिनकी वजह से यह बहिष्कार किया जा सकता है:

  • सवर्ण वर्चस्ववादी मानसिकता, जो दलित नायकों के योगदान को स्वीकार नहीं करना चाहती।
  • महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले का विचारधारा आधारित संघर्ष, जो कई लोगों को असहज करता है।
  • इतिहास को बदलने और गलत ढंग से प्रस्तुत करने की प्रवृत्ति।

11 अप्रैल 2025 – इतिहास को जानने का सुनहरा मौका

महात्मा फुले की जयंती पर यानी 11 अप्रैल 2025 को ‘Phule’ फिल्म रिलीज़ होगी। यह फिल्म सिर्फ एक बायोपिक नहीं, बल्कि भारतीय समाज के एक महत्वपूर्ण सत्य को सामने लाने वाली कहानी है।

हर बहुजन को इस फिल्म को देखना और समर्थन देना चाहिए, ताकि अपने वास्तविक इतिहास को जान सकें। यह फिल्म सिर्फ दलित समाज के लिए नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है जो सामाजिक न्याय और समानता में विश्वास रखता है।

‘Phule’ फिल्म देखने के 5 प्रमुख कारण:

  1. महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले के संघर्ष को समझने का अवसर।
  2. भारत में सामाजिक भेदभाव के खिलाफ किए गए संघर्ष की सच्चाई।
  3. शिक्षा और समानता के लिए दिए गए योगदान को जानना।
  4. आज के सामाजिक और राजनीतिक संदर्भ में इस फिल्म की प्रासंगिकता।
  5. अपने अधिकारों और इतिहास को समझने के लिए।

बहिष्कार नहीं, समर्थन जरूरी!

‘Phule’ फिल्म केवल एक सिनेमा नहीं, बल्कि इतिहास के उस सच को दिखाने का प्रयास है, जिसे अब तक छिपाया गया है। यदि यह फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही विवादों में घिर गई है, तो इसका मतलब यही है कि इसमें कुछ ऐसा जरूर है जिसे लोग दबाना चाहते हैं।

आपका क्या कहना है? क्या आप इस फिल्म का समर्थन करेंगे? हमें कमेंट में अपनी राय दें और इस आर्टिकल को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि यह संदेश हर किसी तक पहुंचे।

FAQ (Frequently Asked Questions)

1. ‘Phule’ फिल्म कब रिलीज़ हो रही है?

उत्तर: यह फिल्म 11 अप्रैल 2025 को महात्मा फुले की जयंती पर रिलीज़ होगी।

2. ‘Phule’ फिल्म का बहिष्कार क्यों किया जा रहा है?

उत्तर: कुछ समूह इसे सामाजिक और जातिगत कारणों से बहिष्कृत करना चाहते हैं, क्योंकि यह फिल्म बहुजन इतिहास को उजागर करती है।

3. क्या ‘Phule’ फिल्म का समर्थन किया जाना चाहिए?

उत्तर: हां, यह फिल्म समाज के वास्तविक इतिहास को दिखाने का प्रयास है और इसे देखना हर नागरिक के लिए आवश्यक है।

4. ‘Phule’ फिल्म किसके जीवन पर आधारित है?

उत्तर: यह फिल्म महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन और उनके संघर्षों पर आधारित है।

5. क्या ‘Phule’ फिल्म को भारत में सभी जगह रिलीज़ किया जाएगा?

उत्तर: हां, यह फिल्म पूरे भारत में रिलीज़ होगी और संभवतः अन्य देशों में भी दिखाई जाएगी।

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