हाइलाइट्स:
- अंबेडकरनगर में मानवता शर्मसार, पुलिया के नीचे से New Born Baby मिला!
- गांववालों ने सुनी रोने की आवाज़, तुरंत शिशु को सुरक्षित बाहर निकाला!
- बच्चे को फिलहाल ग्रामीण शंकर चौरसिया ने अपनाया, पुलिस जांच में जुटी!
- बसखारी थाना क्षेत्र के कौड़ाही गांव की घटना, प्रशासन कर रहा जांच!
- मां-बाप की पहचान अब तक अज्ञात, CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस!
रोने की आवाज़ ने खोली निर्दयी माता-पिता की करतूत!
अंबेडकरनगर जिले के बसखारी थाना क्षेत्र के कौड़ाही गांव में मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। एक निर्दयी मां-पिता ने अपने New Born Baby को झाड़ियों में फेंक दिया। लेकिन किस्मत ने इस मासूम का साथ दिया, जब कुछ ग्रामीणों ने पुलिया के नीचे से बच्चे के रोने की आवाज़ सुनी और तुरंत उसे बाहर निकाला।
झाड़ियों में लिपटा मिला मासूम, तुरंत पहुंचाया सुरक्षित स्थान पर!
ग्रामीण शंकर चौरसिया, जो उस समय मौके पर मौजूद थे, ने तुरंत New Born Baby को गोद में उठाया और उसे सुरक्षित अपने घर ले गए। New Born Baby पूरी तरह स्वस्थ बताया जा रहा है, लेकिन ठंड और भूख से उसका शरीर कांप रहा था। ग्रामीणों ने New Born Baby को दूध पिलाया और कपड़ों में लपेटकर गर्म रखने का इंतजाम किया।
निर्दयी कलयुगी मां-पिता ने नवजात शिशु को झाड़ियों में फेंका !!
अंबेडकरनगर में मानवता फिर हुई शर्मसार!!पुलिया के नीचे से रोने की आवाज सुनकर जुटी भीड़, नवजात को सुरक्षित बाहर निकाला !!
फिलहाल, बच्चा ग्रामीण शंकर चौरसिया के घर पर स्वस्थ है, पुलिस जांच में जुटी, मामला बसखारी थाना… pic.twitter.com/W0lw1UWQ0O
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) March 23, 2025
पुलिस प्रशासन हरकत में, CCTV फुटेज खंगालने में जुटी!
घटना की जानकारी मिलते ही बसखारी थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि New Born Baby को कौन छोड़कर गया था। इसके अलावा, आस-पास के अस्पतालों और दवा दुकानों में भी पूछताछ की जा रही है कि कहीं हाल ही में किसी महिला ने डिलीवरी करवाई हो।
गांववालों में आक्रोश, निर्दयी माता-पिता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग!
इस घटना से पूरे गांव में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे निर्दयी माता-पिता को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कुछ ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अगर New Born Baby को पालने में असमर्थ थे तो उसे अनाथालय या किसी जरूरतमंद को सौंप सकते थे। इस तरह मासूम को झाड़ियों में फेंक देना मानवता के नाम पर कलंक है।
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 317 के तहत यदि कोई माता-पिता अपने बच्चे को लावारिस छोड़ते हैं, तो उन्हें सात साल तक की सजा या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं। इसके अलावा, धारा 75 और 82 के तहत भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होती है।
समाज को उठाने होंगे ठोस कदम!
यह घटना एक बार फिर समाज के उन अंधेरे पहलुओं को उजागर करती है, जहां लिंग भेदभाव, गरीबी, या सामाजिक दबाव के चलते माता-पिता अपने ही New Born Baby को छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा।
सरकार से क्या उम्मीदें?
- अनाथ बच्चों के लिए और अधिक शेल्टर होम खोले जाएं।
- अवैध गर्भपात और लिंग भेदभाव को खत्म करने के लिए सख्त कानून लागू किए जाएं।
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सरकारी सहायता दी जाए, ताकि वे बच्चों का पालन-पोषण कर सकें।
आपकी राय?
इस घटना पर आपका क्या कहना है? क्या सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए? नीचे कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें, ताकि ऐसे मामलों के खिलाफ जागरूकता फैलाई जा सके!
FAQs (Featured Snippets के लिए Best Format)
Q1. अंबेडकरनगर में New Born Baby को किसने फेंका?
पुलिस अभी जांच कर रही है, माता-पिता की पहचान नहीं हो सकी है।
Q2. बच्चे को किसने बचाया और कहां रखा गया?
गांव के एक व्यक्ति, शंकर चौरसिया ने उसे अपने घर में रखा और उसकी देखभाल कर रहे हैं।
Q3. इस घटना पर पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
पुलिस आसपास के CCTV कैमरे चेक कर रही है और अस्पतालों में पूछताछ कर रही है।
Q4. बच्चे को फेंकने पर क्या सजा हो सकती है?
IPC धारा 317 के तहत 7 साल की सजा या जुर्माना हो सकता है।
Q5. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार क्या कर सकती है?
अनाथ बच्चों के लिए शेल्टर होम बनाना, लिंग भेदभाव खत्म करना और माता-पिता को आर्थिक सहायता देना जरूरी है।
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