Mainpuri Murder Case

मैनपुरी: पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या की, शव जलाया, दुश्मन को फंसाने की रची साजिश, गिरफ्तार

Latest News

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के बिछवां क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी और शव को जलाने का प्रयास किया। इस जघन्य अपराध के पीछे अवैध संबंध और पुरानी रंजिश की कहानी उजागर हुई है।

घटना का विवरण

17 फरवरी 2025 को बिछवां कस्बे के निवासी साजिद अली का आंशिक रूप से जला हुआ शव एक खेत में मिला। शुरुआत में, साजिद के पिता आशिक अली ने स्थानीय प्रधान भोला यादव और उनके बेटे पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने दावा किया कि पुरानी रंजिश के चलते उनके बेटे की हत्या की गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस जांच और खुलासा

जांच के दौरान, पुलिस ने साजिद की पत्नी आमना और उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) का विश्लेषण किया। इससे पता चला कि आमना का पड़ोसी सुमित के साथ अवैध संबंध था। सख्ती से पूछताछ करने पर, आमना और सुमित ने अपराध स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि 16 फरवरी की रात, आमना ने साजिद के खाने और चाय में नींद की गोलियां मिला दीं, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद, सुमित ने लोहे की रिंच से साजिद के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद, दोनों ने शव को खेत में ले जाकर पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया ताकि सबूत मिटाए जा सकें।

पुरानी रंजिश और फंसाने की साजिश

इस मामले में एक और चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब पता चला कि आमना ने 2022 में प्रधान भोला यादव और उनके बेटों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था। हालांकि, पुलिस ने जांच के बाद इसे झूठा पाते हुए अंतिम रिपोर्ट (एफआर) दाखिल की थी। इससे असंतुष्ट होकर, आमना ने अदालत में विरोध याचिका दायर की, जिसकी अगली सुनवाई 20 फरवरी 2025 को निर्धारित थी। आमना अपने पति साजिद से नाराज थी, क्योंकि उसे लगा कि वह इस मामले में पर्याप्त सहयोग नहीं कर रहा है। इस नाराजगी और सुमित के साथ अवैध संबंध के चलते, आमना ने साजिद की हत्या की साजिश रची और हत्या के बाद भोला यादव को फंसाने की कोशिश की।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने सुमित के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त लोहे की रिंच बरामद की है। आमना और सुमित दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सनसनी फैला दी है और पारिवारिक मूल्यों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सामाजिक और कानूनी पहलू

यह घटना समाज में बढ़ते अवैध संबंधों और पारिवारिक विवादों के खतरनाक परिणामों को उजागर करती है। पारिवारिक मूल्यों का ह्रास और आपसी विश्वास की कमी इस तरह की घटनाओं को जन्म देती है। कानूनी दृष्टिकोण से, यह मामला झूठे आरोपों और साजिशों के माध्यम से निर्दोष लोगों को फंसाने के प्रयासों को भी दर्शाता है, जो न्याय प्रणाली के लिए एक गंभीर चुनौती है।

न्याय की दिशा में कदम

पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गहन जांच ने इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश किया है। आमना और सुमित की गिरफ्तारी से यह संदेश मिलता है कि कानून से बचना संभव नहीं है। इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए अदालत में सशक्त साक्ष्यों के साथ प्रस्तुतिकरण आवश्यक है, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और समाज में कानून का भय बना रहे।

मैनपुरी जिले की यह घटना पारिवारिक संबंधों में विश्वासघात, अवैध संबंधों और झूठे आरोपों के खतरनाक मिश्रण का परिणाम है। समाज को ऐसे मामलों से सबक लेकर पारिवारिक मूल्यों को सुदृढ़ करने और आपसी संवाद को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही, कानून व्यवस्था को मजबूत करते हुए ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि न्याय की स्थापना हो सके और समाज में शांति बनी रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *