Love Story in UP

Love Story in UP: 26 साल की तीन बच्चों की मां शबनम ने 17 साल के छात्र से की शादी, धर्म बदलकर बनी ‘शिवानी’ | पूरी कहानी

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हाइलाइट्स:

  • Love Story in UP ने तोड़े रिश्तों और धर्म की सारी सीमाएं, 26 वर्षीय महिला ने 17 वर्षीय छात्र से रचाई शादी
  • तीन बच्चों की मां शबनम ने अपने दूसरे पति को तलाक देकर हिंदू लड़के से की शादी
  • मंदिर में शादी कर शबनम बनी शिवानी, अपनाया हिंदू धर्म
  • अमरोहा में चर्चा का विषय बनी यह अनोखी Love Story in UP
  • समाज और कानून दोनों के घेरे में फंसी यह प्रेम कहानी

तीन बच्चों की मां और 12वीं के छात्र की अनोखी Love Story in UP, धर्म बदला, बच्चों को छोड़ा, मंदिर में रचाई शादी

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एक हैरान कर देने वाली Love Story in UP सामने आई है, जिसने न सिर्फ समाज के बने-बनाए नियमों को तोड़ा बल्कि रिश्तों, उम्र और धर्म की सीमाओं को भी लांघ दिया। इस प्रेम कहानी में नायिका है 26 वर्षीय शबनम, जो पहले से दो बार शादी कर चुकी थी और तीन बच्चों की मां थी। और नायक है 17 वर्षीय शिवा, जो अभी 12वीं कक्षा का छात्र है।

इस प्रेम ने इतना जोर पकड़ा कि शबनम ने अपने दूसरे पति से भी तलाक लिया, अपने तीनों बच्चों को छोड़ दिया और मंदिर में जाकर हिंदू लड़के से शादी कर ली। इतना ही नहीं, उसने अपना धर्म भी बदल लिया और अब खुद को ‘शिवानी’ के नाम से पुकारने लगी है।

किस्सा कुछ यूं शुरू हुआ…

यह Love Story in UP उस वक्त शुरू हुई जब शबनम की मुलाकात शिवा से एक सामाजिक कार्यक्रम के दौरान हुई। कुछ ही समय में दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और यह रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़कर प्रेम में बदल गया।

स्थानीय लोगों के अनुसार, शबनम अक्सर शिवा के घर आती-जाती रहती थी। दोनों की नज़दीकियों की खबर जब मोहल्ले में फैली तो चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।

उम्र और जिम्मेदारियों के बीच पनपी मोहब्बत

जहां एक तरफ शिवा अपनी पढ़ाई और बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में लगा था, वहीं दूसरी ओर शबनम अपने वैवाहिक जीवन से पूरी तरह टूट चुकी थी। उसे न अपने बच्चों से लगाव रहा, न ही अपने पति से।

शिवा की मासूमियत और समर्पण ने शबनम का दिल जीत लिया और इस Love Story in UP ने एक नया मोड़ ले लिया, जब शबनम ने फैसला किया कि वह अपने प्रेम के लिए सब कुछ छोड़ देगी।

मंदिर में रचाई शादी, धर्म परिवर्तन कर बनी शिवानी

इस Love Story in UP का सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली। शबनम ने अपने मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया और खुद का नाम बदलकर ‘शिवानी‘ रख लिया।

स्थानीय मंदिर में पुजारियों की मौजूदगी में शादी हुई और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

इस शादी ने न केवल स्थानीय प्रशासन को चौकन्ना कर दिया बल्कि धार्मिक संगठनों के बीच भी हलचल मचा दी।

क्या कहता है कानून?

कानूनी दृष्टिकोण से यह Love Story in UP कई सवाल खड़े करती है। पहला मुद्दा शिवा की उम्र को लेकर है। 17 वर्षीय युवक अभी बालिग नहीं हुआ है और भारतीय कानून के अनुसार किसी भी व्यक्ति को विवाह करने के लिए 21 वर्ष की उम्र पूरी करनी होती है (पुरुषों के लिए)।

शिवा के परिवार वालों ने इस शादी का विरोध किया है और थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और बाल विवाह अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है।

समाज में उभरे मिलेजुले विचार

Love Story in UP को लेकर समाज में भी मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। जहां कुछ लोग इसे ‘प्यार की जीत’ बता रहे हैं, वहीं कुछ का मानना है कि यह मानसिक भ्रम और नाबालिग को बहकाने का मामला है।

स्थानीय महिला आयोग और बाल कल्याण विभाग ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही है।

शबनम बनी शिवानी: क्या यह स्थाई फैसला है?

धर्म परिवर्तन कर शादी करने वाली महिलाएं कई बार सामाजिक दबाव और मानसिक तनाव में निर्णय लेती हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या यह फैसला स्थायी है या जल्दबाजी में लिया गया निर्णय।

शिवानी (पूर्व में शबनम) का कहना है कि उसे शिवा से सच्चा प्यार है और वह किसी भी कीमत पर उसके साथ जीवन बिताना चाहती है।

यह Love Story in UP भविष्य में क्या मोड़ लेगी, यह समय ही बताएगा, लेकिन इसने अभी से समाज, कानून और प्रशासन सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

क्या कहती है जनता?

अमरोहा के स्थानीय लोगों का मानना है कि यह घटना पूरे क्षेत्र की छवि को खराब कर रही है। कुछ लोगों ने इसे “प्यार के नाम पर अपराध” करार दिया है, तो कुछ लोगों का मानना है कि प्रेम उम्र और धर्म नहीं देखता।

शिवा के परिवार वालों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका बेटा अभी बच्चा है और महिला ने उसे मानसिक रूप से प्रभावित किया है।

प्रेम की सीमाएं या सामाजिक बंधन?

इस Love Story in UP ने यह सवाल फिर से खड़ा कर दिया है कि क्या प्रेम वाकई सीमाओं से परे होता है, या फिर यह केवल एक व्यक्तिगत इच्छा और सामाजिक मर्यादाओं के बीच की लड़ाई है?

जहां एक तरफ यह कहानी भावनाओं और आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश करती है, वहीं दूसरी ओर यह कानून और नैतिकता की सीमाओं को भी चुनौती देती है।

अब देखना यह है कि यह Love Story in UP समाज को कौन-सी दिशा में मोड़ती है — प्रेम की स्वतंत्रता की ओर या कानून और मर्यादा की पुनः स्थापना की ओर।

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