सोशल मीडिया आजकल खबरों और विवादों का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है। हाल ही में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक नवविवाहित जोड़े को उनकी सुहागरात के दौरान अंतरंग मूहूर्त में देखा जा सकता है। यह वीडियो जहां एक ओर लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर इस पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं भी काफी तीखी हैं।
वायरल वीडियो की पूरी कहानी
वायरल हो रहे इस वीडियो में एक नवविवाहित जोड़े को उनकी सुहागरात के दौरान अर्धनग्न अवस्था में देखा जा सकता है। वीडियो में दोनों एक-दूसरे को किस करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो किसने और क्यों शेयर किया, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर तूफान खड़ा हो गया है।
वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स ने इसे “बेशर्मी की हद” बताया है। एक यूजर ने लिखा, “इन लोगों ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी हैं।” वहीं, एक अन्य यूजर मनोज शर्मा ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा, “ये बेशर्म लोग समाज से कोई लेना-देना नहीं रखते। ऐसे लोग समाज में गंदगी फैलाने का काम कर रहे हैं।”
ये बेशरम लोगों को समाज से कोई लेना-देना नहीं है !!#ViralVideo #Trendingvideo pic.twitter.com/SoesgXQiz0
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) March 6, 2025
सोशल मीडिया पर उठे सवाल
इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कई सवाल उठ रहे हैं। कई यूजर्स का मानना है कि यह वीडियो निजता का उल्लंघन है और इसे सार्वजनिक करना गलत है। वहीं, कुछ यूजर्स का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज में अनैतिकता को बढ़ावा देती हैं।
एक यूजर ने लिखा, “यह वीडियो किसी की निजी जिंदगी का हिस्सा है। इसे सार्वजनिक करना पूरी तरह से गलत है।” वहीं, दूसरी ओर, कुछ यूजर्स ने इस तरह के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने वालों की नीयत पर सवाल उठाए हैं।
कानूनी पहलू
भारत में निजता का अधिकार एक मौलिक अधिकार है, और किसी की निजी जिंदगी को सार्वजनिक करना कानूनन अपराध है। इस मामले में, यदि वीडियो में दिख रहे जोड़े ने शिकायत दर्ज कराई, तो वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
वहीं, साइबर कानून के तहत भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निजी वीडियोज और तस्वीरों को शेयर करने वालों के खिलाफ साइबर बुलिंग और हैरासमेंट के मामले दर्ज किए जा सकते हैं।
समाजशास्त्रियों की राय
समाजशास्त्रियों का मानना है कि ऐसे वीडियोज का वायरल होना समाज में नैतिकता के पतन को दर्शाता है। उनका कहना है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके लोग न केवल दूसरों की निजी जिंदगी में ताक-झांक कर रहे हैं, बल्कि उन्हें शर्मिंदा भी कर रहे हैं।
डॉ. रीता शर्मा, एक प्रसिद्ध समाजशास्त्री, कहती हैं, “सोशल मीडिया ने लोगों को एक मंच तो दिया है, लेकिन इसका दुरुपयोग भी बढ़ रहा है। ऐसे वीडियोज का वायरल होना न केवल नैतिकता के खिलाफ है, बल्कि यह समाज में गलत संदेश भी देता है।”
इस वायरल वीडियो ने एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग और निजता के महत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला न केवल नैतिकता और समाज के मूल्यों पर प्रश्नचिह्न लगाता है, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाता है कि सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदारी के साथ किया जाना चाहिए।
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए जरूरी है कि लोग अपनी निजी जिंदगी को सुरक्षित रखें और सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अश्लील या निजी सामग्री को शेयर करने से बचें। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
संदर्भ:
1. भारतीय दंड संहिता, 1860
2. सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000
3. समाजशास्त्री डॉ. रीता शर्मा के साथ साक्षात्कार