हाइलाइट्स:
- Infertility in men का एक बड़ा कारण बचपन में की गई छोटी-छोटी गलतियां हो सकती हैं।
- शोधकर्ताओं ने तीन प्रमुख आदतों की पहचान की है जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर गंभीर असर डालती हैं।
- दूसरी गलती – मोबाइल या लैपटॉप को गोद में रखना – बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
- विशेषज्ञों ने चेताया कि इन आदतों से शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर गहरा असर पड़ता है।
- जागरूकता और सही मार्गदर्शन से infertility in men की दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
बचपन की आदतें कैसे बनती हैं प्रजनन संकट की वजह
बचपन में माता-पिता कई बार बच्चों को तकनीक, खानपान और पहनावे से जुड़ी आज़ादी दे देते हैं, लेकिन ये छोटी-छोटी लापरवाहियां आगे चलकर जीवनभर की समस्याओं का कारण बन सकती हैं। हाल ही में प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च में यह सामने आया है कि infertility in men यानी पुरुषों में नपुंसकता का एक बड़ा कारण उनकी बचपन की आदतें और जीवनशैली हैं।
इस शोध में 18 से 35 वर्ष के लगभग 3,000 पुरुषों का डेटा विश्लेषण किया गया और पाया गया कि उनमें से 40% पुरुषों में प्रजनन क्षमता कम थी। इस समस्या की जड़ में तीन मुख्य कारण सामने आए।
गलती 1: टाइट कपड़े पहनना
शरीर का तापमान बढ़ाकर नुकसान करता है
विशेषज्ञों के अनुसार, टाइट अंडरगारमेंट्स या जीन्स पहनने से अंडकोषों का तापमान बढ़ जाता है, जो शुक्राणुओं के उत्पादन में बाधा डालता है। जब लड़के लगातार टाइट कपड़े पहनते हैं, तो उनका प्रजनन अंग गर्म बना रहता है, जिससे infertility in men की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
WHO और Mayo Clinic की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और Mayo Clinic जैसी संस्थाओं ने भी चेतावनी दी है कि लंबे समय तक टाइट कपड़े पहनना शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को प्रभावित करता है।
गलती 2: मोबाइल या लैपटॉप को गोद में रखना
रेडिएशन और हीट: डबल ख़तरा
यह गलती शायद सबसे आम लेकिन सबसे खतरनाक है। बहुत से किशोर और युवा लड़के मोबाइल या लैपटॉप को घंटों तक अपनी गोद में रखकर इस्तेमाल करते हैं। इससे निकलने वाली गर्मी और रेडिएशन सीधे अंडकोषों को प्रभावित करती है। यह स्थिति infertility in men का एक अहम कारण बन रही है।
स्टडी में आया चौंकाने वाला डेटा
University of Exeter द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि जिन पुरुषों ने रोज़ाना 2 घंटे से अधिक समय तक लैपटॉप को गोद में रखा, उनमें 60% से अधिक में शुक्राणुओं की संख्या सामान्य से कम पाई गई।
गलती 3: जंक फूड और अत्यधिक शक्कर का सेवन
टेस्टोस्टेरोन लेवल करता है प्रभावित
बचपन से ही पिज़्ज़ा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक जैसी चीज़ें खाने की आदत न सिर्फ शरीर का वजन बढ़ाती हैं, बल्कि पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी प्रभावित करती हैं। इससे प्रजनन क्षमता में गिरावट आती है और infertility in men की आशंका प्रबल हो जाती है।
वैज्ञानिक विश्लेषण
Harvard University के शोधकर्ताओं ने पाया कि जो पुरुष सप्ताह में 3 से ज्यादा बार जंक फूड खाते हैं, उनमें स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या 25% तक कम हो सकती है।
विशेषज्ञों की राय: जीवनशैली में बदलाव से रोका जा सकता है संकट
डॉ. आदित्य भटनागर, एंड्रोलॉजिस्ट
“हमारे क्लीनिक में हर महीने सैकड़ों युवा पुरुष आते हैं जो प्रजनन से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ज़्यादातर मामलों में समस्या की शुरुआत बचपन या किशोरावस्था में हुई होती है।”
डॉ. भटनागर के अनुसार, सही समय पर सही सलाह और जीवनशैली में परिवर्तन करके infertility in men को रोका जा सकता है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
- भारत में हर 7 में से 1 जोड़ा प्रजनन समस्याओं से जूझ रहा है।
- पुरुषों में infertility in men के मामलों में पिछले 10 वर्षों में 35% की वृद्धि हुई है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के कारण स्थिति और भी गंभीर है।
बचाव के उपाय: अब भी नहीं जागे तो देर हो जाएगी
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Loose-Fit कपड़े पहनें
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मोबाइल-लैपटॉप को गोद में रखने से बचें
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संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें
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शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं
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सालाना स्वास्थ्य जांच कराएं
इन साधारण लेकिन प्रभावी उपायों को अपनाकर infertility in men के खतरे को कम किया जा सकता है।
कल की छोटी गलतियां, आज का बड़ा संकट
आज की दौड़ती-भागती ज़िंदगी में जब हम बचपन की गलतियों को हल्के में ले लेते हैं, तो वह आगे चलकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती हैं। Infertility in men एक ऐसा ही विषय है, जिसे लेकर समाज में खुलकर बात नहीं होती। लेकिन अब समय आ गया है कि हम इस पर गंभीरता से सोचें, समझें और जागरूकता फैलाएं।