चलते-फिरते आ रहे हार्ट अटैक के ये 5 कारण जानकर होश उड़ जाएंगे

Health

हाल के दिनों में, चलते-फिरते, जिम में एक्सरसाइज करते हुए, नाचते-गाते या सामान्य दैनिक गतिविधियों के दौरान अचानक हार्ट अटैक (दिल का दौरा) आने के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। यह प्रवृत्ति न केवल बुजुर्गों में, बल्कि युवाओं में भी चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि खराब जीवनशैली, बढ़ता तनाव और अस्वस्थ खान-पान इसके मुख्य कारण हैं।

इस लेख में, हम उन पांच प्रमुख कारणों पर चर्चा करेंगे, जो चलते-फिरते हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। ये तथ्य चिकित्सा शोधों और विशेषज्ञों के अनुसार प्रमाणित हैं।

1. बिगड़ती जीवनशैली और शारीरिक निष्क्रियता

आधुनिक जीवनशैली में शारीरिक गतिविधि की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है। घंटों तक बैठे रहना, नियमित व्यायाम न करना और शारीरिक गतिविधि की कमी से मोटापा, उच्च रक्तचाप, और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

  • WHO के अनुसार, विश्व में 25% से अधिक लोग शारीरिक रूप से निष्क्रिय हैं, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
  • अमेरिका की हार्ट एसोसिएशन की रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलते नहीं हैं, उनमें दिल के दौरे की संभावना 40% तक बढ़ जाती है।

समाधान:
रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करें, जैसे तेज़ चाल से चलना, योग या हल्का व्यायाम।

2. अस्वस्थ आहार और पोषण की कमी

आजकल लोगों की खान-पान की आदतें तेजी से बिगड़ रही हैं। फास्ट फूड, तला-भुना और अधिक वसा युक्त भोजन खाने से धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है।

  • एक मेडिकल अध्ययन के अनुसार, जो लोग अत्यधिक जंक फूड का सेवन करते हैं, उनमें हृदय रोगों का खतरा 60% तक बढ़ जाता है।
  • अधिक नमक और शुगर युक्त आहार लेने से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या बढ़ती है, जो हृदय को कमजोर कर देती है।

समाधान:
अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और हेल्दी फैट (जैसे ओमेगा-3) को शामिल करें।

3. अत्यधिक तनाव और मानसिक दबाव

लगातार तनाव, चिंता और मानसिक दबाव से हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे हृदय की धड़कन तेज हो जाती है और रक्तचाप बढ़ जाता है।

  • रिसर्च के अनुसार, जो लोग ज्यादा तनाव में रहते हैं, उनमें हृदय रोगों का खतरा 50% अधिक होता है।
  • तनाव से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे धमनियों में सूजन हो सकती है और हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

समाधान:
मेडिटेशन, योग, संगीत सुनना और गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं। अच्छी नींद लेना भी तनाव को कम करने में सहायक होता है।

4. धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन

धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन दिल के लिए सबसे खतरनाक है। तंबाकू में मौजूद निकोटीन धमनियों को संकुचित कर देता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है।

  • WHO के अनुसार, हर साल 1.9 मिलियन लोगों की मौत तंबाकू के कारण हृदय रोगों से होती है।
  • शराब के अत्यधिक सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हृदय पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।

समाधान:
धूम्रपान और शराब को तुरंत छोड़ें। यदि छोड़ना मुश्किल हो तो डॉक्टर की सलाह लें।

5. आनुवंशिक कारक और पारिवारिक इतिहास

अगर परिवार में किसी को कम उम्र में हार्ट अटैक हुआ है, तो अन्य सदस्यों में भी इसका खतरा अधिक रहता है।

  • वैज्ञानिकों के अनुसार, कुछ जीन हृदय रोगों के खतरे को बढ़ाते हैं, जिससे धमनियों में प्लाक जमने की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
  • अगर माता-पिता में से किसी को हार्ट अटैक हुआ है, तो उनके बच्चों में यह खतरा 50% तक बढ़ सकता है।

समाधान:
यदि परिवार में किसी को हृदय रोग है, तो नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लें और ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच करवाएं।

हार्ट अटैक से बचाव के लिए उपाय

हार्ट अटैक से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए:

नियमित व्यायाम करें – रोजाना 30-45 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी अपनाएं।
स्वस्थ आहार खाएं – हरी सब्जियां, फल, नट्स और हेल्दी फैट लें।
तनाव प्रबंधन करें – योग, ध्यान और पर्याप्त नींद लें।
धूम्रपान और शराब से बचें – तंबाकू और अल्कोहल से दूरी बनाए रखें।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं – ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल पर नजर रखें।

आज के दौर में हार्ट अटैक केवल बुजुर्गों की समस्या नहीं रह गई है, बल्कि यह युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। खराब जीवनशैली, असंतुलित आहार, तनाव, धूम्रपान और आनुवंशिक कारण इसके मुख्य कारक हैं।

यदि हम स्वस्थ आदतें अपनाएं और नियमित रूप से अपने हृदय की देखभाल करें, तो इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। अपने दिल का ख्याल रखें, क्योंकि स्वस्थ दिल ही लंबी और खुशहाल जिंदगी की कुंजी है!

महत्वपूर्ण स्रोत:

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