Google

Google ने न्यूज को बताया बेकार! क्या वाकई सर्च रिजल्ट्स में खबरों का कोई मोल नहीं? अगर Google ने न्यूज पूरी तरह हटा दी, तो क्या होगा?

Business

Table of Contents

हाइलाइट्स:

  • Google ने 8 यूरोपीय देशों में न्यूज को सर्च रिजल्ट से हटाने का किया प्रयोग।
  • Google का दावा: न्यूज हमारे एड बिजनेस के लिए ‘बेकार’ साबित हुआ।
  • यूरोपियन कॉपीराइट कानून के तहत पब्लिशर्स को भुगतान का मामला।
  • फ्रांस में पहले ही एंटीट्रस्ट फाइन का सामना कर चुका है Google।
  • क्या ये डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री के लिए खतरे की घंटी है?

Google का दावा: सर्च रिजल्ट में न्यूज की वैल्यू “शून्य”!

टेक दिग्गज Google ने हाल ही में एक चौंकाने वाला दावा किया है। कंपनी का कहना है कि अगर न्यूज को सर्च रिजल्ट से पूरी तरह हटा दिया जाए, तो उनके ऐड बिजनेस पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। यह दावा Google द्वारा 8 यूरोपीय देशों में किए गए एक एक्सपेरिमेंट के आधार पर किया गया है, जिसमें 1% यूजर्स को 2.5 महीनों तक न्यूज-फ्री सर्च रिजल्ट दिखाए गए।

परिणाम? Google के अनुसार, न्यूज का मूल्य उनके विज्ञापन व्यवसाय के लिए “शून्य” है!

अब सवाल यह उठता है कि क्या Google सच में न्यूज कंटेंट को बेकार मानता है, या यह किसी बड़े गेम प्लान का हिस्सा है?

यूरोप में क्यों हुआ यह विवाद?

यूरोपियन यूनियन के कॉपीराइट कानून के तहत गूगल को न्यूज पब्लिशर्स को भुगतान करना होता है क्योंकि वह उनके कंटेंट को स्निपेट्स के रूप में सर्च रिजल्ट में दिखाता है।

लेकिन गूगल का मानना है कि न्यूज पब्लिशर्स “अपने कंटेंट की वैल्यू को बहुत ज्यादा आंकते हैं” जबकि उनके इस एक्सपेरिमेंट के नतीजे बताते हैं कि न्यूज का उनकी एड रेवेन्यू में कोई खास योगदान नहीं है।

क्या Google इस रिपोर्ट को दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल करेगा?

इस रिपोर्ट के जरिए Google संभवतः यूरोपियन पब्लिशर्स के साथ चल रही पेमेंट नेगोशिएशन में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है।

हालांकि, यूरोपीय देशों की रेगुलेटरी बॉडीज़ इस पर सख्ती से नजर रख रही हैं और पहले भी गूगल को इसी मुद्दे पर फ्रांस में आधे अरब डॉलर (500M USD) का एंटीट्रस्ट फाइन देना पड़ा था।

अगर Google ने न्यूज पूरी तरह हटा दी, तो क्या होगा?

अगर Google भविष्य में न्यूज को सर्च रिजल्ट से हटा देता है, तो इसके बड़े प्रभाव हो सकते हैं—

डिजिटल मीडिया के लिए खतरा?

  • न्यूज वेबसाइट्स के लिए ट्रैफिक कम हो सकता है, जिससे उनकी एड रेवेन्यू पर असर पड़ेगा।
  • SEO स्ट्रैटेजी पूरी तरह बदल जाएगी, क्योंकि Google से ट्रैफिक मिलने की संभावनाएं कम हो जाएंगी।
  • पब्लिशर्स को गूगल के अलावा नए ट्रैफिक सोर्स ढूंढने होंगे जैसे कि सोशल मीडिया, डायरेक्ट ट्रैफिक, और अन्य सर्च इंजन।

यूजर्स पर असर?

  • लोग गूगल पर न्यूज देखने के बजाय Twitter, Facebook या सीधे न्यूज वेबसाइट्स पर जाना पसंद कर सकते हैं।
  • फेक न्यूज और अफवाहों का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि सर्च रिजल्ट्स में सही और विश्वसनीय न्यूज की कमी हो सकती है।

क्या Google को मिलेगी कानूनी चुनौती?

यूरोप में गूगल की न्यूज पॉलिसी पर पहले से ही कानूनी शिकंजा कस रहा है।

जर्मनी का एंटीट्रस्ट रेगुलेटर पहले ही गूगल के न्यूज व्यवहार पर जांच शुरू कर चुका है और कंपनी को बदलाव करने के लिए मजबूर कर चुका है।

इसलिए अगर गूगल न्यूज पब्लिशर्स को दरकिनार करने की कोशिश करता है, तो उसे फिर से कानूनी संकटों का सामना करना पड़ सकता है।

Google के इस कदम से भारत को क्या सबक लेना चाहिए?

भारत में भी डिजिटल मीडिया तेजी से बढ़ रहा है और गूगल न्यूज का एक बड़ा ट्रैफिक सोर्स बना हुआ है।

अगर भविष्य में गूगल भारत में भी इसी तरह की पॉलिसी लागू करता है, तो यहां के न्यूज पब्लिशर्स और डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री को भी बड़ा झटका लग सकता है।

भारतीय पब्लिशर्स को क्या करना चाहिए?

  1. SEO के अलावा डायरेक्ट ट्रैफिक बढ़ाने की रणनीति अपनाएं।
  2. गूगल पर निर्भरता कम करके सोशल मीडिया और ईमेल मार्केटिंग पर फोकस करें।
  3. विकल्प के तौर पर अन्य सर्च इंजनों (Bing, DuckDuckGo) का उपयोग बढ़ाएं।
  4. गूगल के इस कदम के खिलाफ मजबूत लॉबिंग करें।

क्या न्यूज वाकई बेकार हो चुकी है?

गूगल का दावा है कि न्यूज की उसकी एड रेवेन्यू में कोई खास भूमिका नहीं है। लेकिन क्या यह पूरी सच्चाई है?

असल में, न्यूज गूगल के लिए ट्रैफिक ड्राइव करने का एक महत्वपूर्ण जरिया रहा है। अगर न्यूज बेकार होती, तो गूगल स्वयं गूगल News और गूगल Discover जैसी सेवाओं में निवेश क्यों करता?

अंतिम सवाल:

अगर न्यूज गूगल के लिए बेकार है, तो उसने इसे हटाने का एक्सपेरिमेंट ही क्यों किया?

इसका जवाब शायद यही है कि गूगल न्यूज पब्लिशर्स पर दबाव बनाकर कॉपीराइट पेमेंट कम कराना चाहता है।

FAQs: इस मुद्दे से जुड़े आम सवालों के जवाब

1. क्या Google सच में न्यूज को हटाने की योजना बना रहा है?

फिलहाल ऐसा कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन यूरोप में किए गए एक्सपेरिमेंट से यह संकेत मिलता है कि गूगल इस दिशा में विचार कर सकता है।

2. न्यूज पब्लिशर्स के लिए इसका क्या असर होगा?

अगर गूगल अपने सर्च रिजल्ट से न्यूज को हटाता है, तो न्यूज वेबसाइट्स का ट्रैफिक और एड रेवेन्यू प्रभावित हो सकता है।

3. क्या भारत में भी Google ऐसा कर सकता है?

भारत में अभी ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है, लेकिन यूरोप में इस प्रयोग के नतीजे के आधार पर भविष्य में यह संभावना हो सकती है।

4. क्या Google को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है?

हां, पहले ही Google को फ्रांस और जर्मनी में एंटीट्रस्ट मामलों का सामना करना पड़ा है।

5. न्यूज वेबसाइट्स को क्या करना चाहिए?

Google पर पूरी निर्भरता छोड़कर डायरेक्ट ट्रैफिक बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए, जैसे कि सोशल मीडिया, ईमेल न्यूजलेटर और अन्य सर्च इंजनों का उपयोग।

आपकी राय क्या है?

क्या आप मानते हैं कि Google का यह दावा सही है या यह सिर्फ एक रणनीति है? कमेंट में अपनी राय बताएं और इस खबर को शेयर करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *