महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का हाजी मलंग दरगाह पर आरती करते हुए एक पुराना वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में शिंदे अपने समर्थकों के साथ दरगाह में ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाते हुए और भगवा चादर चढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो दरगाह को बाबा मछेंद्रनाथ की समाधि बताते हुए साझा किया जा रहा है।
हालांकि, यह वीडियो वर्तमान का नहीं है। जनसत्ता की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो लगभग 10 महीने पुराना है और इसे हालिया घटना के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह वीडियो मुंबई की हाजी अली दरगाह का नहीं है, जैसा कि कुछ दावों में बताया जा रहा है।
हाजी मलंग दरगाह, जो महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित है, एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग श्रद्धा व्यक्त करने आते हैं। दरगाह के इतिहास में इसे बाबा मछेंद्रनाथ की समाधि के रूप में भी माना जाता है, जो हिंदू और सूफी परंपराओं के संगम का प्रतीक है।
महाराष्ट्र: तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पुरानी वीडियो वायरल, समर्थकों के साथ हाजी मलंग दरगाह पहुंचकर जय श्रीराम के नारों के बीच की थी आरती, ॐ लिखी हुई भगवा चादर भी चढ़ाई, दरगाह को बाबा मछेंद्रनाथ की समाधि बताया.#Maharashtra #Dargah #EknathShinde pic.twitter.com/makW47FuVM
— Journo Mirror (@JournoMirror) February 16, 2025
इस वीडियो के वायरल होने के बाद, सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक सौहार्द का उदाहरण मानते हैं, जबकि अन्य इसे सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला कदम बताते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली सामग्री की सत्यता की जांच आवश्यक है, ताकि गलत जानकारी फैलने से रोका जा सके।
यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि धार्मिक स्थलों और प्रतीकों का सम्मान सभी समुदायों के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही, सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली सामग्री की सत्यता की जांच करना और संवेदनशील मुद्दों पर संयम बरतना समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
अंत में, यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी धार्मिक स्थलों और प्रतीकों का सम्मान करें और सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली सामग्री की सत्यता की जांच करें, ताकि समाज में शांति और सद्भाव बना रहे।