हाइलाइट्स:
– क्रिप्टो उद्यमी प्रसन्ना शंकर ने X (ट्विटर) पर अपनी दर्दभरी कहानी साझा की।
– उन्होंने पत्नी दिव्या पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए सबूत पेश किए।
– चेन्नई पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, दावा किया कि वह “भाग रहे हैं”।
– 9 साल के बेटे की कस्टडी को लेकर विवाद, कोर्ट ने साझा हिरासत का आदेश दिया।
– पत्नी ने प्रसन्ना पर घरेलू हिंसा और रेप के झूठे आरोप लगाए, सिंगापुर पुलिस ने खारिज किया।
प्रसन्ना शंकर की कहानी: कैसे एक सफल उद्यमी का जीवन बर्बाद हो गया?
कौन हैं प्रसन्ना शंकर? (Who is Prasanna Shankar?)
प्रसन्ना शंकर एक जाने-माने क्रिप्टो और टेक उद्यमी हैं, जिन्होंने सिंगापुर स्थित क्रिप्टो सोशल नेटवर्क 0xPPL और अमेरिका की कंपनी Rippling की स्थापना की। NIT त्रिची से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने सिलिकॉन वैली में अपना करियर बनाया और अरबों का व्यवसाय खड़ा किया। लेकिन आज वह एक ऐसे मोड़ पर हैं, जहाँ उनका निजी जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है।
पत्नी की बेवफाई और स्कैंडल (Wife’s Infidelity and Scandal)
प्रसन्ना ने X पर एक लंबी पोस्ट लिखकर बताया कि उनकी पत्नी दिव्या किसी अन्य पुरुष अनूप के साथ 6 महीने से अफेयर चला रही थी। उन्होंने सबूत के तौर पर WhatsApp चैट्स और होटल बुकिंग के स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिसमें दिव्या अनूप से कंडोम खरीदने के लिए कहती नजर आ रही हैं।
“मैंने अपनी पत्नी के बेवफाई के सबूत देखे, जिसके बाद मेरी शादी टूट गई। अब मैं चेन्नई पुलिस से छिपा हुआ हूँ।” – प्रसन्ना शंकर
झूठे केस और पुलिस का पीछा (False Cases and Police Harassment)
प्रसन्ना के मुताबिक, जब दिव्या को तलाक में 9 करोड़ रुपये और मासिक 4.3 लाख रुपये का प्रस्ताव मंजूर नहीं हुआ, तो उसने उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज करवाए:
– घरेलू हिंसा
– रेप के आरोप
– न्यूड वीडियो लीक करने का आरोप
हालाँकि, सिंगापुर पुलिस ने इन आरोपों की जाँच की और उन्हें निराधार बताया। लेकिन चेन्नई पुलिस ने उन पर अपहरण का केस दर्ज कर लिया, जिसके बाद वह छिपने को मजबूर हो गए।
बेटे की कस्टडी को लेकर विवाद (Child Custody Battle)
प्रसन्ना और दिव्या का 9 साल का बेटा है, जिसकी कस्टडी को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। प्रसन्ना का आरोप है कि दिव्या ने MoU तोड़ा और बच्चे को अपहरण करने की कोशिश की। कोर्ट ने साझा हिरासत का आदेश दिया, लेकिन दिव्या ने इसे मानने से इनकार कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल (Police Actions Under Scrutiny)
प्रसन्ना ने चेन्नई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए:
– बिना वारंट के उनके दोस्त के घर पर छापा
– फोन टैपिंग और निगरानी
– परिवार वालों पर दबाव
उन्होंने दावा किया कि पुलिस दिव्या के इशारे पर काम कर रही है और उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।
पत्नी दिव्या का पक्ष (Wife Divya’s Side of the Story)
दिव्या ने प्रसन्ना के आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि:
– प्रसन्ना ने बेटे का पासपोर्ट चुराया है।
– गोकुल कृष्णन नामक व्यक्ति ने बच्चे को जबरन ले जाने की कोशिश की।
– चेन्नई पुलिस उनकी मदद कर रही है।
क्या होगा आगे? (What’s Next?)
यह मामला अब कानूनी लड़ाई में तब्दील हो चुका है। प्रसन्ना ने कानूनी कार्रवाई की तैयारी की है, जबकि दिव्या प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली हैं।
प्रसन्ना शंकर की कहानी धन, बेवफाई और कानूनी झंझटों का एक जटिल मामला है। एक तरफ सफल उद्यमी की छवि है, तो दूसरी तरफ पुलिस का पीछा और पारिवारिक टूटन। अब सवाल यह है कि **क्या प्रसन्ना न्याय पाएंगे? या फिर यह केस **धन और शोहरत की कीमत की एक और मिसाल बन जाएगा?
“सच सामने आएगा, चाहे कितनी भी बड़ी ताकतें विरोध क्यों न करें।” – प्रसन्ना शंकर
आपकी राय?
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