हाइलाइट्स:
- आगरा में करणी सेना सम्मेलन के दौरान एक व्यक्ति ने कैमरे पर दी Akhilesh Yadav को गोली मारने की धमकी
- वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर आक्रोश
- सपा कार्यकर्ताओं में नाराज़गी, FIR की मांग तेज
- करणी सेना ने बयान को बताया व्यक्तिगत विचार, संगठन का इससे कोई लेना-देना नहीं
- पुलिस जांच में जुटी, वीडियो की सत्यता की पुष्टि की जा रही है
मामला क्या है?
उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। इस बार वजह बनी है एक वीडियो क्लिप, जिसमें करणी सेना के सम्मेलन के दौरान एक व्यक्ति खुलेआम Akhilesh Yadav को गोली मारने की धमकी देता नज़र आ रहा है। यह मामला आगरा जिले का है, जहां करणी सेना का एक स्थानीय सम्मेलन आयोजित किया गया था।
वीडियो में एक व्यक्ति कैमरे के सामने कहता है—
“अगर हिम्मत है तो Akhilesh Yadav आकर मेरे सामने बोले, गोली मार दूंगा!”
वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, समाजवादी पार्टी के समर्थकों में उबाल आ गया और सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई।
सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री @yadavakhilesh को गोली मारने की बात कही जा रही है #आगरा के करणी सेना के सम्मेलन में… pic.twitter.com/56HaeUwimP
— आदर्श मीडिया एसोसिएशन (रजि०) (OFFICE) (@AdarshShuklaJi) April 12, 2025
वीडियो में क्या देखा गया?
खुलेआम दी धमकी, कैमरे पर कैद हुआ बयान
वीडियो में जिस व्यक्ति ने यह बयान दिया है, वह साफ तौर पर करणी सेना की वेशभूषा में है और पत्रकार के सवालों के जवाब में Akhilesh Yadav को टारगेट कर रहा है। उसका कहना है कि सपा प्रमुख हिन्दू विरोधी हैं और उन्हें सबक सिखाना ज़रूरी है।
इस वीडियो के वायरल होते ही समाजवादी पार्टी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सपा प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा:
“यह न सिर्फ़ Akhilesh Yadav की जान को खतरा है, बल्कि लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आज़ादी पर भी हमला है।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
सपा: “यह धमकी नहीं, हत्या की साजिश है”
समाजवादी पार्टी ने इस वीडियो को बेहद गंभीर बताते हुए कहा है कि इस पर तत्काल FIR दर्ज होनी चाहिए और आरोपी व्यक्ति को गिरफ़्तार किया जाना चाहिए। सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा:
“Akhilesh Yadav को धमकी देना पूरे लोकतंत्र को चुनौती देना है। सरकार को यह तय करना होगा कि वो संविधान के साथ है या इन तत्वों के साथ।”
बीजेपी की प्रतिक्रिया?
बीजेपी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने आंतरिक स्तर पर मामले को गंभीरता से लिया है।
कानूनी स्थिति क्या है?
आगरा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो का फ़ॉरेंसिक परीक्षण कराया जा रहा है। यदि यह वीडियो सत्य पाया गया, तो संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा।
“हम यह देख रहे हैं कि वीडियो एडिटेड तो नहीं है। अगर यह असली है, तो आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।”
करणी सेना का जवाब
करणी सेना की स्थानीय इकाई ने इस बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह किसी “व्यक्ति विशेष का निजी विचार” हो सकता है, संगठन का इससे कोई संबंध नहीं है।
“हम किसी भी हिंसक बयान का समर्थन नहीं करते। Akhilesh Yadav हमारे विरोधी ज़रूर हैं, लेकिन इस तरह की भाषा हमारी नीति नहीं है।”
सोशल मीडिया पर गुस्सा
वीडियो वायरल होते ही Twitter, Facebook और YouTube पर भारी प्रतिक्रिया देखने को मिली। हजारों लोगों ने इस पर कड़ी निंदा की और पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
विश्लेषण: सियासी जंग या जानलेवा धमकी?
उत्तर प्रदेश की राजनीति में Akhilesh Yadav एक मजबूत विपक्षी नेता हैं। ऐसे में यह धमकी एक सामान्य राजनीतिक बयान नहीं मानी जा सकती। जानकारों का मानना है कि इस घटना से यूपी की सियासत में नया मोड़ आ सकता है।
चुनावी असर?
उत्तर प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह मामला राजनीतिक रूप से और भी संवेदनशील बन जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सरकार ने इस मामले में ढील बरती, तो विपक्ष इसे एक बड़ा मुद्दा बना सकता है।
इस पूरे घटनाक्रम ने न सिर्फ़ Akhilesh Yadav की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी साफ किया है कि सोशल मीडिया के दौर में किसी भी बयान का असर तत्काल और गहरा होता है। लोकतंत्र में असहमति का मतलब हिंसा नहीं होता, और ऐसी घटनाओं को नज़रअंदाज़ करना आने वाले समय में घातक साबित हो सकता है।
क्या करें सरकार?
- वीडियो की सत्यता की पुष्टि के बाद कड़ी कानूनी कार्रवाई
- करणी सेना से जवाब-तलब
- विपक्षी नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- ऐसे आयोजनों में मॉनिटरिंग बढ़ाना