नई दिल्ली: हाल ही में लोकप्रिय यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ (India’s Got Latent) विवादों में घिर गया है। इस शो में कंटेंट क्रिएटर अपूर्वा मखीजा (Apoorva Makhija) द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के कारण सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। इस विवाद के मद्देनजर, मुंबई पुलिस ने मखीजा से लगभग दो घंटे तक पूछताछ की।
क्या है पूरा मामला?
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो के एक हालिया एपिसोड में, शो के मेजबान समय रैना (Samay Raina) और जजों में शामिल रणवीर इलाहाबादिया (Ranveer Allahabadia), अपूर्वा मखीजा और आशीष चंचलानी (Ashish Chanchlani) की बातचीत के दौरान कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं। इन टिप्पणियों को सोशल मीडिया पर अश्लील और आपत्तिजनक करार दिया गया, जिसके बाद भारी विरोध शुरू हो गया।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत जांच शुरू कर दी है, जिसमें अश्लील सामग्री के प्रसार से संबंधित आरोप शामिल हैं।
अपूर्वा मखीजा से हुई पूछताछ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपूर्वा मखीजा को मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए कहा गया, जहां उनसे लगभग दो घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि शो पूरी तरह से स्क्रिप्टेड नहीं था और सभी जजों को स्वतंत्र रूप से राय रखने की अनुमति थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने जारी किया नोटिस
इस विवाद को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी गंभीरता दिखाई है। आयोग ने रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, अपूर्वा मखीजा, जसप्रीत सिंह और आशीष चंचलानी को नोटिस जारी किया है और उन्हें 17 फरवरी को पेश होने का आदेश दिया है।
NCW की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की टिप्पणियाँ न केवल महिलाओं के प्रति अपमानजनक हैं, बल्कि समाज में लैंगिक असमानता को भी बढ़ावा देती हैं। आयोग इस मामले की गहन जांच करेगा और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
शो के विवादास्पद एपिसोड के बाद ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स ने कड़ा विरोध जताया। कई लोगों ने शो के निर्माताओं और इसमें शामिल जजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कुछ नेटिज़न्स ने शो को यूट्यूब से बैन करने की मांग भी की है।
हालांकि, शो के जज रणवीर इलाहाबादिया और समय रैना ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर माफी मांगी है और कहा है कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं था। बावजूद इसके, विवाद थमता नहीं दिख रहा है।
आगे क्या होगा?
महाराष्ट्र साइबर पुलिस की जांच अभी जारी है और इसमें शो से जुड़े अन्य सदस्यों को भी तलब किया जा सकता है। इस मामले में आगे की कार्रवाई में पुलिस यह तय करेगी कि क्या शो में की गई टिप्पणियां किसी कानूनी उल्लंघन की श्रेणी में आती हैं या नहीं।
इसके अलावा, यूट्यूब ने भी इस विवाद को गंभीरता से लेते हुए विवादित एपिसोड को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। साथ ही, यूट्यूब की कंटेंट मॉडरेशन टीम इस शो के अन्य एपिसोड्स की भी समीक्षा कर रही है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट मॉडरेशन की बहस
इस विवाद ने एक बार फिर डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स की जिम्मेदारियों और नैतिकता पर बहस छेड़ दी है। सवाल उठ रहा है कि क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध कंटेंट पर कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए? क्या यूट्यूब, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट के लिए अधिक सख्त नियम लागू किए जाने चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे शो और कंटेंट पर नजर रखने के लिए सख्त दिशानिर्देशों की जरूरत है, ताकि समाज में गलत संदेश न जाए। साथ ही, क्रिएटर्स को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और ऐसा कंटेंट पेश करने से बचना होगा, जिससे समाज में किसी भी प्रकार की नकारात्मकता फैले।
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ विवाद एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि किस तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद कंटेंट समाज को प्रभावित कर सकता है। अपूर्वा मखीजा से हुई पूछताछ और राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा लिए गए संज्ञान से यह साफ हो गया है कि इस तरह के मामलों को अब हल्के में नहीं लिया जाएगा।
जांच जारी है और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री क्या सबक लेती है और भविष्य में ऐसे विवादों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।