गुजरात के भावनगर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक पिता ने अपनी बेटी से बातचीत करने पर गुस्से में आकर एक छात्र पर चाकू से हमला कर दिया। पूरी वारदात भावनगर के सिदसर रोड स्थित ओएजे एजुकेशन इंस्टीट्यूट के काउंसलिंग रूम में हुई, जहां शिक्षक की मौजूदगी में आरोपी ने छात्र पर हमला किया। यह पूरी घटना इंस्टीट्यूट में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई, जिससे पुलिस को कार्रवाई में मदद मिली।
घटना का पूरा विवरण
पुलिस के अनुसार, पीड़ित छात्र कार्तिक महुवा के विटीनगर रोड इलाके का निवासी है और वह ओएजे एजुकेशन इंस्टीट्यूट में री-नीट (Re-NEET) की तैयारी कर रहा था। कार्तिक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था और इसी दौरान उसकी दोस्ती एक सहपाठी लड़की से हुई। दोनों के बीच बातचीत होती थी, लेकिन जब लड़की के पिता जगदीश राछड़ को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने इसका विरोध किया।
जगदीश राछड़ ने इंस्टीट्यूट के प्रशासन से शिकायत की और छात्र को समझाने के लिए काउंसलिंग सत्र आयोजित करने का अनुरोध किया। काउंसलिंग सत्र के दौरान, आरोपी पिता अपनी बेटी के साथ काउंसलिंग रूम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छात्र को अपने पास बैठाया और बातचीत करने लगे। शिक्षक भी मौके पर मौजूद थे और दोनों को समझाने की कोशिश कर रहे थे।
बातचीत के दौरान जगदीश राछड़ अचानक गुस्से में आ गए और अपनी जेब से चाकू निकालकर कार्तिक पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। शिक्षक और अन्य कर्मचारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और आरोपी को पकड़ लिया।
बेटी से बात करने पर पिता ने इंस्टीट्यूट में छात्र को मारे चाकू, वारदात CCTV में कैद !!
गुजरात के भावनगर स्थित इंस्टीट्यूट में एक छात्र पर चाकू से हमला हुआ. आरोपी लड़की का पिता निकला, जिसने अपनी बेटी से बात करने पर लड़के को निशाना बनाया. घटना इंस्टीट्यूट के काउंसलिंग रूम में हुई,… pic.twitter.com/4yeKFuFFMN
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) February 17, 2025
घायल छात्र की स्थिति और पुलिस कार्रवाई
हमले के बाद छात्र को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, छात्र की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन उसे गहरे जख्म आए हैं।
दूसरी ओर, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। भावनगर पुलिस ने घटना की पूरी जांच शुरू कर दी है और CCTV फुटेज को सबूत के तौर पर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
समाज पर प्रभाव और विशेषज्ञों की राय
इस घटना ने समाज में बढ़ती असहिष्णुता और गुस्से की प्रवृत्ति को उजागर किया है। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, माता-पिता को अपने बच्चों के सामाजिक जीवन को समझने की कोशिश करनी चाहिए, बजाय इसके कि वे हिंसक प्रतिक्रिया दें। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं और उनके आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकती हैं।
शिक्षण संस्थानों की भूमिका और सुरक्षा उपाय
शिक्षण संस्थानों को भी इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय करने चाहिए। यदि कोई अभिभावक इस तरह की शिकायत करता है, तो उसे शांति और समझदारी से हल करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, शिक्षकों और प्रशासन को मध्यस्थ की भूमिका निभानी चाहिए और किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए।
भावनगर की यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में बढ़ती हिंसा और गुस्से पर कैसे काबू पाया जाए। माता-पिता, शिक्षक और समाज के सभी सदस्यों को मिलकर एक सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए काम करना चाहिए। बच्चों के सामाजिक जीवन को समझने और उनकी स्वतंत्रता का सम्मान करने की जरूरत है। संवाद, समझदारी और धैर्य ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सबसे बेहतर उपाय हो सकते हैं।
(स्रोत: स्थानीय पुलिस रिपोर्ट और समाचार एजेंसियां)