प्रयागराज, 4 फरवरी 2025: महाकुंभ मेले 2025 के दौरान हुई भगदड़ और लापता लाशों का मामला गहराता जा रहा है। एक वायरल वीडियो में एक युवती ने बताया कि उसके पिता की लाश गायब कर दी गई है। वहीं, सरकारी पुलिसिया द्वारा 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऑफर दिया जा रहा है, लेकिन परिजनों का कहना है कि उन्हें पैसे नहीं, बल्कि अपने प्रियजनों की लाश चाहिए।
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ मेले में भगदड़ मची, जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लापता हो गए। इस घटना के बाद से परिजनों की पीड़ा और सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। वायरल वीडियो में एक युवती ने बताया कि उसके पिता की लाश गायब कर दी गई है। उसने कहा, "हम लोग शारीरिक और मानसिक रूप से थक चुके हैं। हमें कुछ नहीं चाहिए, बस हमारे पापा की लाश वापस मिल जाए। वह हमारे घर के इकलौते जीवन थे।"
मां को मैं क्या जवाब दूं सर
— कलम की चोट (@kalamkeechot) February 2, 2025
25 लाख का ऑफर सरकारी पुलिसिया दे रही है सनातनी अपनी लाश न मांगे #महाकुंभ2025 pic.twitter.com/MTwHyprnfB
युवती ने आगे कहा कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें बताया कि उनके पिता की लाश सबसे पहले आई थी, लेकिन अब वह गायब है। उसने आरोप लगाया कि प्रशासन लाशों को गायब कर रहा है ताकि मेले में बदनामी न हो और मुआवजे का भुगतान न करना पड़े। उसने कहा, "हम लोग हर दिन घुट-घुट कर मर रहे हैं। यहां आम जनता के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।"
महाकुंभ मेले में भगदड़ के बाद से सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि प्रशासन ने लाशों को गायब कर दिया है ताकि मेले की छवि खराब न हो। वहीं, सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऑफर दिया है, लेकिन परिजनों का कहना है कि उन्हें पैसे नहीं, बल्कि अपने प्रियजनों की लाश चाहिए।
इस घटना की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक न्यायिक आयोग गठित किया है। आयोग को एक महीने के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, मेला क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन से ली गई तस्वीरों की जांच की जा रही है।
महाकुंभ मेले 2025 में हुई भगदड़ और लापता लाशों का मामला परिजनों की पीड़ा और सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। परिजनों का कहना है कि उन्हें पैसे नहीं, बल्कि अपने प्रियजनों की लाश चाहिए। अब सवाल यह है कि क्या सरकार और प्रशासन परिजनों की पीड़ा को समझेंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे?