प्रयागराज (2 फरवरी 2025): पुलिस की वर्दी में अधिकारियों द्वारा दिखाए गए नृशंस व्यवहार का एक और शर्मनाक मामला सामने आया है। एटा के सर्कल ऑफिसर (CO) संजय सिंह का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह एक व्यक्ति पर बेरहमी से डंडे बरसाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि संजय सिंह, एक के बाद एक, कुल 16 डंडे उस व्यक्ति पर जड़ रहे हैं, जो कथित तौर पर किसी मामले में आरोपी था।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इसका तीव्र विरोध किया है। अनेक यूजर्स ने इस बर्बरता की निंदा करते हुए इसे पुलिस प्रशासन के असंवेदनशील और अत्याचारी रवैये का उदाहरण बताया है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि CO साहब को एटा से प्रयागराज में स्पेशल ड्यूटी पर भेजा गया है, लेकिन उनके द्वारा की गई इस हिंसक हरकत को लेकर पुलिस विभाग की तरफ से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
इस तरह के व्यवहार के लिए जिम्मेदार ठहराए गए आईपीएस अफसरों और वरिष्ठ अधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव के कारण नीचे की फोर्स में इस तरह के कृत्य सामने आ रहे हैं। यह सवाल उठता है कि क्या पुलिस विभाग में अधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थों को इस तरह की क्रूरता और अत्याचार के लिए प्रेरित किया जाता है?
एक, दो तीन, चार…दे दनादन 16 डंडे बरसाने वाले ख़ाकीधारी CO साहब का नाम है संजय सिंह…#एटा से #प्रयागराज में स्पेशल ड्यूटी पर भेजे गए हैं…इस व्यवहार की जितनी निंदा करिए वो कम है।
— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) February 2, 2025
लेकिन जिस तरह से सीनियर #IPS अफसरों ने नीचे की फोर्स को जोत रखा है, ये तो होना ही pic.twitter.com/NQloMMj4kV
वहीं, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है और इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यदि संजय सिंह का व्यवहार गैरकानूनी और अत्याचारपूर्ण पाया जाता है, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
समाज में पुलिस का जो सम्मान होना चाहिए, इस तरह की घटनाएँ उसे गंभीर धक्का पहुँचाती हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर किस तरह से प्रतिक्रिया देता है और क्या CO संजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाती है या नहीं।
अंत में, यह मामला पुलिस प्रशासन के अंदर की अव्यवस्था और दमनकारी प्रवृत्तियों को उजागर करता है, जिसे सुधारने की आवश्यकता है, ताकि आम जनता को न्याय मिल सके और उन्हें पुलिस से सुरक्षित महसूस हो सके।