नई दिल्ली: पत्रकार प्रशांत कनौजिया ने दिल्ली की विधायक आतिशी पर तीखा हमला करते हुए उन्हें सांप्रदायिकता के मामले में राजा सिंह और प्रवीण तोगड़िया से भी ज्यादा "ज़हरिला और नफ़रती" करार दिया। उनका कहना था कि आतिशी जितनी भ्रष्ट और बेईमान हैं, शायद ही दिल्ली में कोई विधायक उनके बराबर होगा।
कनौजिया ने कहा, "आतिशी अपने आस्तीन में छुपे हुए मुनाफ़िक़ों से कहीं ज़्यादा खतरनाक हैं। जो व्यक्ति बाहरी तौर पर नफ़रत फैलाने वाले नेता जैसे राजा सिंह और प्रवीण तोगड़िया से भी ज़्यादा ज़हरिला हो, उसे खुले दुश्मन से बेहतर समझना चाहिए।"
प्रशांत ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि आतिशी का रवैया उनके द्वारा किए गए कार्यों और बयानों से पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है। उनका आरोप है कि आतिशी ने कभी भी समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा नहीं दिया, बल्कि उलटे लोगों के बीच नफ़रत और दूरियां बढ़ाने का काम किया है।
कनौजिया ने दिल्ली विधानसभा में आतिशी की भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा किया और कहा कि उनके खिलाफ उठाए गए सवालों का कभी कोई उचित जवाब नहीं आया। "अगर कोई विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त हो और उस पर कोई कार्रवाई न हो, तो यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है," उन्होंने कहा।
हालांकि, आतिशी ने इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके समर्थक इस आलोचना को राजनीतिक साजिश मानते हैं। वे यह दावा करते हैं कि प्रशांत कनौजिया हमेशा ही अपने बयानों से विवाद पैदा करते हैं और उनका मकसद केवल सनसनी फैलाना होता है।
इस राजनीतिक तकरार ने दिल्ली में एक और गर्म बहस को जन्म दिया है, जहां एक ओर भाजपा और आम आदमी पार्टी के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जनता इस विवाद को लेकर विभाजित नजर आ रही है।