मथुरा। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता जिया उर रहमान बर्क ने पुलिस हिरासत में हुई एक व्यक्ति की संदिग्ध मौत पर कड़ा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस विभाग की कार्यशैली और नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि, "पुलिस का स्लोगन है 'सुरक्षा आपकी संकल्प हमारा', लेकिन मालूम नहीं ये कैसी सुरक्षा और कैसा संकल्प है कि हिरासत में एक आदमी की मौत हो जाती है।"
बर्क ने आगे कहा कि यह घटना पुलिस के प्रति आम जनता के भरोसे को झकझोरने वाली है। उन्होंने पूछा, "कब तक लोगों की जानें जाती रहेंगी? कब तक अत्याचार जारी रहेगा?" उन्होंने संविधान का हवाला देते हुए मांग की कि पीड़ित परिवार, जिसमें अनाथ बच्चे भी शामिल हैं, को न्याय मिलना चाहिए।
"संविधान का तक़ाज़ा है कि यतीम बच्चों और पीड़ित परिवार को तुरंत न्याय मिलना चाहिए। साथ ही, जो पुलिस अधिकारी इस घटना के लिए ज़िम्मेदार हैं, उन पर तत्काल हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए," बर्क ने कहा।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पुलिस हिरासत में मौत के मामलों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। मानवाधिकार संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी इन घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
बर्क ने प्रशासन और सरकार से अपील की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। उनका कहना है कि यदि ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा धब्बा साबित हो सकता है।
इस घटना ने क्षेत्र में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोगों में न्याय की मांग को लेकर गहरा रोष देखा जा रहा है। फिलहाल, इस मामले की जांच चल रही है, लेकिन जनता और विपक्ष की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं कि सरकार और पुलिस विभाग इस पर क्या कार्रवाई करते हैं।