कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के सुब्रमण्यम के बिलिनेले गांव में चार साल पहले हुई एक अनोखी घटना ने इन दिनों सोशल मीडिया पर फिर से सुर्खियां बटोर ली हैं। वायरल तस्वीर में एक तेंदुआ और कुत्ता एक शौचालय के भीतर फंसे हुए दिख रहे हैं। यह दृश्य जितना विचित्र है, उतना ही खौफनाक भी, क्योंकि तेंदुआ शिकार के लिए तैयार बैठा था, और कुत्ता मौत के साए में सहमा हुआ था।
घटना का विवरण
यह घटना उस समय की है जब बिलिनेले गांव में एक तेंदुआ शिकार की तलाश में घूमा करता था। एक दिन, वह एक कुत्ते का पीछा करते-करते गांव के एक छोटे से शौचालय में घुस गया। दुर्भाग्यवश, कुत्ता भी उसी शौचालय में घुस गया, और शौचालय का दरवाजा बंद हो गया। तेंदुआ और कुत्ता दोनों अंदर फंस गए।
भयानक इंतजार
तेंदुआ, जो स्वभाव से एक हिंसक शिकारी है, अपनी संभावित शिकार के साथ उस बंद जगह में था। दूसरी ओर, कुत्ता पूरी तरह डरा हुआ और सहमा हुआ था। गांव वालों ने जब शौचालय से अजीब आवाजें सुनीं, तो उन्होंने अंदर झांककर देखा। भीतर का दृश्य देखकर सबके रोंगटे खड़े हो गए।
कितना भयानक दृश्य है जब मौत आपके सामने बैठी आपका इंतजार कर रही हो !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 8, 2025
वायरल तस्वीर चार साल पहले हुई एक घटना का है, जब कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के सुब्रमण्यम के बिलिनेले गांव में कुत्ते का शिकार करते हुए तेंदुआ उसके साथ शौचालय में फंस गया था और बाहर निकलने का इंतजार कर रहा था… pic.twitter.com/vA7LP5tXXl
वन विभाग की सक्रियता
गांव वालों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सावधानीपूर्वक स्थिति को संभाला। तेंदुए को पिंजरे में फंसाकर बाहर निकाला गया और पास के जंगल में छोड़ दिया गया। वहीं, कुत्ते को सुरक्षित बचा लिया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल
घटना की तस्वीर हाल ही में सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रही है। इस तस्वीर ने न केवल लोगों को चौंका दिया, बल्कि प्रकृति और इंसान के बीच संघर्ष पर भी चर्चा को जन्म दिया।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि जंगलों के अतिक्रमण से जंगली जानवरों और इंसानों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर चलें और वन्यजीवों के संरक्षण पर ध्यान दें।
यह दृश्य भले ही एक समय बीत चुकी घटना हो, लेकिन इसका प्रभाव आज भी लोगों के दिलों-दिमाग में एक यादगार और भयानक कहानी के रूप में कायम है।