जयपुर, 13 जनवरी: जयपुर में एक लो-फ्लोर बस में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के साथ कंडक्टर द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। विवाद किराए के 10 रुपए और सही बस स्टॉप पर नहीं उतारने को लेकर हुआ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आरोपी कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया गया।
घटना का विवरण
कानपुरा थाना क्षेत्र के निवासी रिटायर्ड आईएएस अधिकारी आरएल मीना (75) ने शुक्रवार सुबह जयपुर से नायला जाने वाली लो-फ्लोर बस में सफर किया। सफर के दौरान, कंडक्टर ने उन्हें कानोता बस स्टॉप पर नहीं उतारा, जबकि उनका टिकट वहीं तक का था। नायला पहुंचने पर कंडक्टर ने उनसे अतिरिक्त 10 रुपए किराए की मांग की।
रिटायर्ड आईएएस ने आगे जाने की जिम्मेदारी कंडक्टर की बताकर पैसे देने से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो जल्द ही हाथापाई में बदल गई।
कंडक्टर ने की मारपीट
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बहस के दौरान कंडक्टर ने रिटायर्ड आईएएस को धक्का दिया। गुस्साए अधिकारी ने कंडक्टर को थप्पड़ मार दिया, जिसके जवाब में कंडक्टर ने रिटायर्ड अधिकारी के साथ लात-घूंसे और गाली-गलौज की। बस में सवार यात्रियों ने बीच-बचाव कर अधिकारी को बचाया और घटना का वीडियो बना लिया।
कंडक्टर पर कार्रवाई
वीडियो वायरल होने के बाद जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (JCTSL) ने आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। जांच पूरी होने तक कंडक्टर का मुख्यालय बगराना आगार में रखा गया है।
जयपुर में रिटायर्ड IAS आरएल मीना को कंडक्टर ने पीटा pic.twitter.com/d4GANhGWWu
— Sanjeevni Today (@sanjeevnitoday) January 12, 2025
कानूनी कार्रवाई
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी ने शनिवार शाम कानोता थाने में कंडक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। कानोता थाना प्रभारी उदय यादव ने बताया कि शिकायत के आधार पर कंडक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
बढ़ता आक्रोश
घटना के बाद, यात्रियों और अधिकारियों ने सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा और अनुशासन को लेकर चिंता जताई है। सोशल मीडिया पर लोग कंडक्टर की हरकत की निंदा कर रहे हैं और पीड़ित रिटायर्ड आईएएस के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
JCTSL ने घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी कंडक्टरों और ड्राइवरों के लिए सख्त निर्देश जारी करने की बात कही है। सार्वजनिक परिवहन में अनुशासन और यात्रियों के साथ शालीन व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने का भी सुझाव दिया गया है।
इस घटना ने यात्रियों की सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित किया है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।