कानपुर, 10 जनवरी: उत्तर प्रदेश के कानपुर में समाजवादी पार्टी (सपा) की महिला विधायक नसीम सोलंकी को फोन पर धमकी देने के आरोप में भाजपा नेता धीरज चड्ढा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला महिलाओं के सम्मान और राजनीतिक शिष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा का केंद्र बन गया है।
क्या है मामला?
विधायक नसीम सोलंकी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि भाजपा नेता धीरज चड्ढा ने उन्हें फोन पर अपमानजनक भाषा में धमकाया। उन्होंने आरोप लगाया कि धीरज ने कहा, "तुम घर में बैठकर क्या कर रही हो, अलाव नहीं जलवा रहीं? मैं तुम्हें पीटूंगा।"
इस बयान ने न केवल विधायक को व्यक्तिगत रूप से आहत किया बल्कि महिलाओं के प्रति सम्मान और राजनीतिक मर्यादा पर भी गंभीर सवाल खड़े किए।
पुलिस कार्रवाई
शिकायत के आधार पर कानपुर पुलिस ने धीरज चड्ढा के खिलाफ मामला दर्ज किया और उन्हें त्वरित कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और चड्ढा के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विधायक का बयान
नसीम सोलंकी ने कहा, "एक महिला विधायक होने के नाते मुझ पर इस तरह की टिप्पणी न केवल मेरी गरिमा को ठेस पहुंचाती है, बल्कि यह महिलाओं के सम्मान पर भी प्रहार है। भाजपा के नेताओं को यह समझना चाहिए कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मर्यादा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।"
यूपी : कानपुर में सपा विधायक नसीम सोलंकी को धमकाने वाला BJP नेता धीरज चड्ढा गिरफ्तार !!
— कलम की चोट (@kalamkeechot) January 10, 2025
धीरज ने विधायक से फोन पर कहा था– "तुम घर में बैठकर क्या कर रही हो, अलाव नहीं जलवा रहीं, मैं तुम्हें पीटूंगा"
क्या यही नारी का सम्मान है ? pic.twitter.com/3DDHe9DHX3
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा के कानपुर जिला अध्यक्ष ने इस घटना को व्यक्तिगत बताया और कहा कि पार्टी ऐसे मामलों को गंभीरता से लेती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर #RespectWomen और #UPPolitics जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। जहां सपा समर्थक भाजपा नेताओं की नारी सम्मान को लेकर आलोचना कर रहे हैं, वहीं भाजपा समर्थक इसे साजिश करार दे रहे हैं।
नारी सम्मान पर सवाल
यह घटना महिलाओं के प्रति समाज और राजनीति में बदलती सोच का प्रतिबिंब है। महिलाओं की भागीदारी बढ़ने के बावजूद, इस तरह की घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि क्या राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं को समान सम्मान और सुरक्षा मिल रही है।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि विधायक को पूरी सुरक्षा दी जाएगी और मामले को तेजी से निपटाया जाएगा।