सूरत, 25 जनवरी 2025: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुरुष और महिला को पुलिस हिरासत में दिखाया गया है। इस वीडियो के साथ भ्रामक दावे किए जा रहे हैं कि यह घटना ओयो होटल में हुई है। हालांकि, सच्चाई कुछ और ही है।
क्या है वायरल वीडियो?
इस वीडियो में एक पुरुष और महिला को दो पुलिसकर्मी पकड़े हुए दिख रहे हैं। बैकग्राउंड में गुजराती भाषा में लिखा पुलिस का बोर्ड नजर आ रहा है। वीडियो के साथ कई सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि ये दोनों लोग ओयो होटल में पकड़े गए हैं।
उदाहरण के तौर पर, कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स पर किए गए पोस्ट:
- गीता पटेल (@GeetaPatel): "Oyo बन्द करवा के ही मानेंगे ये।"
- अंजली अरोड़ा टीम (@AnjaliAroraTeam): "सही में ये OYO बन्द करवा के ही मानेंगे।"
- शिवानी (@ShivaniX): "देख लो Oyo में मिलने का मजा।"
OYO में पकड़े गए यह कपल, Oyo बन्द करवा के ही मानेंगे ये लोग!! pic.twitter.com/FzfvgyZfHZ
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 17, 2025
क्या है वीडियो की सच्चाई?
सजग टीम ने इस वीडियो की पड़ताल की और पाया कि यह वीडियो ओयो होटल से संबंधित नहीं है।
गूगल रिवर्स इमेज सर्च में सामने आया कि यह वीडियो 25 दिसंबर 2024 को सूरत पुलिस द्वारा की गई एक कार्रवाई का है। इंडिया टुडे, बिजनेस टुडे और द हंस इंडिया की खबरों के अनुसार, सूरत पुलिस ने बिना मेडिकल डिग्री के क्लीनिक चलाने वाले दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान
- ललिता कृपा शंकर सिंह: 12वीं पास महिला, जो एलोपैथिक दवाइयां देकर लोगों का इलाज कर रही थी।
- प्रयाग रामचंद्र प्रसाद: 10वीं तक पढ़ा पुरुष, जो महिला के साथ मिलकर क्लीनिक चला रहा था।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में इनकी क्लीनिक से बड़ी मात्रा में दवाइयां और कागजात जब्त किए गए।
सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी का खतरा
यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि कैसे भ्रामक और झूठी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं। ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर झूठे दावों के साथ साझा की गई सामग्री न केवल लोगों को गुमराह करती है, बल्कि गलत धारणा भी पैदा करती है।
पुलिस की गिरफ्त में आए इन फर्जी डॉक्टरों के वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वास्तविकता यह है कि यह घटना ओयो होटल से संबंधित नहीं है, बल्कि सूरत पुलिस की एक कार्रवाई है जिसमें बिना मेडिकल डिग्री के क्लीनिक चलाने वाले दो लोगों को पकड़ा गया था।
अपील: सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी साझा करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर जांचें।