कर्नाटक के पावागाड़ा स्थित मधुगिरी डिप्टी एसपी कार्यालय में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। एक महिला, जो भूमि विवाद के सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने गई थी, को न्याय दिलाने की बजाय अधिकारी द्वारा यौन शोषण का शिकार होना पड़ा।
महिला ने भूमि विवाद के मामले में डिप्टी एसपी रामचंद्रप्पा से संपर्क किया। आरोप है कि अधिकारी उसे अपने कार्यालय के अंदर स्थित शौचालय में ले गए और उसके पक्ष में फैसला देने का वादा कर उससे जबरन यौन संबंध बनाए। इस पूरी घटना का वीडियो किसी व्यक्ति ने खिड़की से रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में भारी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर अधिकारी की इस हरकत की कड़ी निंदा की जा रही है। कई लोगों ने सवाल उठाए हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने पुलिस स्टेशन ही उनके लिए असुरक्षित कैसे हो सकते हैं।
पुलिस विभाग पर गंभीर आरोप
घटना ने पुलिस विभाग की कार्यशैली और नैतिकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है जब किसी महिला को शिकायत दर्ज कराने के दौरान पुलिस अधिकारियों के हाथों उत्पीड़न का सामना करना पड़ा हो। ऐसे कई मामलों में आरोप लगाए गए हैं कि पुलिसकर्मी विशेष रूप से उन महिलाओं को निशाना बनाते हैं, जो घरेलू विवाद या अन्य व्यक्तिगत मामलों में शिकायत दर्ज कराने पहुंचती हैं।
शिकायत करने गई महिला का पुलिस के अधिकारी ने किया यौन शोषण, वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 3, 2025
पुलिस अधिकारी की इस नीच और शर्मनाक हरकत का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल !!
एक महिला भूमि विवाद के संबंध में शिकायत दर्ज कराने के लिए कर्नाटक के @SPTumkur के अंतर्गत… pic.twitter.com/EjxBsxQjRI
कार्रवाई की मांग
घटना के सामने आने के बाद राज्य के गृह मंत्रालय और पुलिस विभाग पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने वीडियो की जांच शुरू कर दी है और आरोपी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
क्या कहता है समाज?
यह घटना हमारे समाज और प्रशासनिक व्यवस्था पर एक कड़ा सवाल खड़ा करती है। पुलिस स्टेशन, जो महिलाओं के लिए न्याय का स्थान होना चाहिए, ऐसी घटनाओं के कारण भय और असुरक्षा का प्रतीक बनते जा रहे हैं।
सरकार और पुलिस विभाग को ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि पुलिस स्टेशनों में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सर्वोपरि रहे।