पीथमपुर (मध्य प्रदेश): बुधवार को एक चौंकाने वाली घटना में, दो युवकों ने प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की धमकी दी। ये लोग भोपाल के यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने का विरोध कर रहे थे। घटना के दौरान, अचानक किसी ने पीछे से आग लगा दी, जिससे दोनों युवक गंभीर रूप से झुलस गए।
प्रदर्शन में अचानक मचा हड़कंप पीथमपुर में यह प्रदर्शन लंबे समय से चल रहा था। प्रदर्शनकारी प्रशासन से मांग कर रहे थे कि यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने की प्रक्रिया को तुरंत रोका जाए। बुधवार को प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया जब दो युवकों ने पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की धमकी दी।
लेकिन स्थिति तब नियंत्रण से बाहर हो गई, जब किसी ने पीछे से आग लगा दी। दोनों युवक तुरंत आग की चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
षड्यंत्र, शरारत या मज़ाक? यह घटना सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक गंभीर षड्यंत्र या शरारत का संकेत देती है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर आग किसने लगाई? क्या यह किसी असामाजिक तत्व का काम था या प्रदर्शन में शामिल किसी व्यक्ति की गलती? पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
खुद पर पेट्रोल छिड़ककर प्रशासन को कर रहे थे ब्लैकमेल, अचानक से किसीने लगा दिया आग, जलने लगे नेताजी !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 3, 2025
ये लोग पीथमपुर में भोपाल के यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने का विरोध कर रहे थे 2 युवकों ने पेट्रोल छिड़का लेकिन किसी ने पीछे से आग लगा दी दोनों की हालत गंभीर है !!
ऐसी… pic.twitter.com/tUgZeYAFlH
प्रदर्शन के खतरनाक परिणाम प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां न केवल प्रदर्शनकारियों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए घातक हो सकती हैं। “ऐसे कृत्य किसी भी आंदोलन को कमजोर करते हैं और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालते हैं,” एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
स्थानीय प्रशासन पर सवाल घटना के बाद से प्रशासन भी कटघरे में है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उनकी मांगों को लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसके कारण उन्हें ऐसे कदम उठाने पड़े। दूसरी ओर, प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए था।
समाज के लिए संदेश यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि विरोध प्रदर्शन में ऐसी खतरनाक गतिविधियां न केवल प्रदर्शनकारियों बल्कि उनके आंदोलन को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इस हादसे के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल है, और पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। मामले की पूरी जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी।