हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार के दौरान शिमला और अन्य इलाकों में मस्जिदों पर ताले लगने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे प्रदेश में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार आले मोहम्मद इक़बाल ने इस पर कांग्रेस से जवाब मांगा है और आरोप लगाया है कि प्रदेश में मुस्लिम समाज भय के वातावरण में जी रहा है।
इक़बाल ने कहा, "कांग्रेस पार्टी से यह पूछा जाना चाहिए कि शिमला में मस्जिदों पर ताले क्यों लग रहे हैं? क्या कांग्रेस के पास इसका कोई जवाब है?" उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में मुस्लिम समुदाय शिमला के पहाड़ों पर घूमें तक नहीं जा रहा, और मुख्यमंत्री के पास इस स्थिति को सुधारने का कोई स्पष्ट जवाब नहीं है।
इक़बाल ने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस बात का जवाब देना चाहिए कि पूरे राज्य में क्यों दहशत का माहौल है, और क्यों मुस्लिम समाज के लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है।
इसके साथ ही, इक़बाल ने बीजेपी और कांग्रेस पर एक ही सिक्के के दो पहलू होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना की, और कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही विकास के मामले में असफल रहे हैं।
AAP उम्मीदवार ने यह भी कहा कि मटिया महल विधानसभा क्षेत्र में, जहां से वह चुनाव लड़ रहे हैं, "डबल इंजन" की नहीं, बल्कि "ट्रिपल इंजन" की सरकार है। अरविंद केजरीवाल, शोब इकबाल साहब और आले मोहम्मद इक़बाल ने मिलकर इस इलाके के विकास के लिए काम किया है।
इक़बाल ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की नीतियों को जनता के लिए फायदेमंद बताते हुए कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक योजनाओं के माध्यम से लोगों को लाभ पहुँचाया है। उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी द्वारा उठाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य जनता की भलाई और विकास है।
इन आरोपों और चर्चाओं के बीच, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और प्रदेश के मौजूदा हालात को लेकर एक नई राजनीतिक बहस शुरू हो गई है, जिसमें राज्य की सुरक्षा और साम्प्रदायिक सौहार्द्र पर सवाल उठाए जा रहे हैं।