नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व नेता और दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन जेल से बाहर आते ही भावुक हो गए। उन्होंने AAP पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने मुश्किल वक्त में उनका साथ छोड़ दिया। ताहिर हुसैन ने कहा, "मैंने 10 साल आम आदमी पार्टी को दिए, मुस्तफाबाद में इस पार्टी को खड़ा किया, लेकिन जब मुझ पर मुसीबत आई, तो इस पार्टी ने हमें लावारिस बना दिया। हमारा साथ देना तो दूर, हमारा नाम तक लेना छोड़ दिया।"
AAP पर लगाए गंभीर आरोप
ताहिर हुसैन का कहना है कि उन्होंने AAP के लिए दिन-रात मेहनत की, लेकिन जब उन्हें जरूरत पड़ी तो पार्टी ने उनका समर्थन नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी नेतृत्व ने उनसे पूरी तरह दूरी बना ली और सार्वजनिक रूप से उनका जिक्र तक नहीं किया।
दिल्ली दंगों में नाम आने के बाद गिर गई राजनीतिक साख
2020 के दिल्ली दंगों के बाद ताहिर हुसैन पर कई गंभीर आरोप लगे थे, जिसके चलते उन्हें जेल जाना पड़ा। इस दौरान AAP ने उनसे न केवल किनारा कर लिया, बल्कि पार्टी से भी निकाल दिया।
जेल से बाहर आते ही ताहिर हुसैन हुए भावुक, बोले- मैंने 10 साल आम आदमी पार्टी को दिए, मुस्तफाबाद में इस पार्टी को खड़ा किया, लेकिन जब मुझ पर मुसीबत आई तो इस पार्टी ने हमें लावारिस बना दिया, हमारा साथ देना तो दूर हमारा नाम तक लेना छोड़ दिया.#TahirHussain #Mustafabad #AAP
— Journo Mirror (@JournoMirror) January 30, 2025
पूरी… pic.twitter.com/bh8b5V3Lky
आगे की राजनीति पर नहीं दिया कोई संकेत
ताहिर हुसैन ने अपनी रिहाई के बाद आगे की राजनीति को लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थकों और जनता से चर्चा करने के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे।
AAP की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं
ताहिर हुसैन के इस बयान पर आम आदमी पार्टी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि ताहिर हुसैन से जुड़े मामलों पर पार्टी पहले ही अपना रुख साफ कर चुकी है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि ताहिर हुसैन अब राजनीति में वापसी करने का प्रयास करते हैं या नहीं और क्या उनका कोई नया राजनीतिक सफर शुरू होता है।