चित्तौड़गढ़, राजस्थान – शिक्षा का मंदिर माने जाने वाले विद्यालय में एक शर्मनाक घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शिक्षक और शिक्षिका के अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया जा रहा है। यह वीडियो अब चर्चा का विषय बन गया है और कई सवाल खड़े कर रहा है।
क्या है मामला?
वीडियो में दिखाई दे रही घटनाएं विद्यालय परिसर की बताई जा रही हैं। दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में दिखने वाले व्यक्ति एक शिक्षक और शिक्षिका हैं, जो स्कूल की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। वायरल वीडियो पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे "शिक्षा के मंदिर को अपवित्र करने वाला कृत्य" करार दिया है।
दिव्या कुमारी की प्रतिक्रिया
इस मामले में दिव्या कुमारी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सवाल किया, "ये वही महिला है? चित्तौड़गढ़ वाली?" उनके इस बयान ने मामले को और तूल दे दिया है। दिव्या कुमारी ने शिक्षकों से जुड़े इस प्रकार के मामलों को गंभीरता से लेने की बात कही है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
दिव्या कुमारी कह रही हैं ये वही महिला है? चित्तौड़गढ़ वाली !! https://t.co/Nfa88XymQs pic.twitter.com/3BmtMEfdOP
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 21, 2025
सोशल मीडिया पर बहस
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। लोग स्कूलों में नैतिक मूल्यों और अनुशासन की कमी पर चिंता जता रहे हैं। कुछ लोगों ने वीडियो की सत्यता और प्रसार को लेकर सवाल उठाए हैं, तो कुछ ने इसे शिक्षकों के प्रति समाज के नजरिए को बदलने की चेतावनी माना है।
चित्तौड़गढ़ के स्कूल में हेडमास्टर और शिक्षिका एक दूसरे को शिक्षा ग्रहण कराते हुए! बेहद निंदनीय कृत्य।#viralvideo #Chittorgar pic.twitter.com/An6FeOvoZ2
— Vishal Hindu (@VSHindu_) January 20, 2025
प्रशासन की कार्रवाई
स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। चित्तौड़गढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, "यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।" विद्यालय प्रबंधन ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित व्यक्तियों को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है।
शिक्षा का उद्देश्य समाज को सही दिशा में ले जाना है, लेकिन जब ऐसे कृत्य सामने आते हैं, तो समाज में शिक्षकों की गरिमा पर सवाल उठते हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम सही दिशा में जा रहे हैं। जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी, लेकिन इस घटना ने समाज में शिक्षा और नैतिकता पर एक नई बहस जरूर छेड़ दी है।