नई दिल्ली। भारतीय रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करने वाली एक घटना सामने आई है। अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस (15708) में एक यात्री के साथ टीटीई (ट्रेन टिकट परीक्षक) द्वारा कथित तौर पर मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक यात्री को चमड़े की बेल्ट से पीटा जा रहा है।
क्या है मामला?
घटना अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस में घटी, जब टीटीई ने एक यात्री से टिकट को लेकर विवाद के दौरान कथित तौर पर बदसलूकी की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद इतना बढ़ गया कि टीटीई ने यात्री को बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। अन्य यात्रियों ने घटना को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी धमकाया गया।
यात्रियों में आक्रोश
घटना के बाद ट्रेन में मौजूद यात्रियों में दहशत का माहौल है। कई यात्रियों ने रेलवे कर्मचारियों की इस गुंडागर्दी को लेकर नाराजगी जताई। एक यात्री ने कहा, "रेलवे में हमारे जैसे यात्रियों को असुरक्षित महसूस कराया जा रहा है। टीटीई का यह व्यवहार बेहद शर्मनाक और अमानवीय है।"
पुलिस की भूमिका में टीटीई?
यह घटना रेलवे में बढ़ते अनुशासनहीनता के मामलों की ओर इशारा करती है। यात्रियों का आरोप है कि रेलवे कर्मचारियों का व्यवहार अब पुलिस की "थर्ड डिग्री" जैसी प्रथाओं की ओर बढ़ता जा रहा है।
एक यात्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "रेलवे ने गुंडों की भर्ती कर ली है। टीटीई अब यात्रियों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे वे अपराधी हों।"
रेलवे टीटीईओं की गजब गुंडागर्दी
— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) January 9, 2025
भारतीय_रेलवे में ट्रेन से यात्रा कर रहे एक यात्री को चमड़े की बेल्ट से पीटा जा रहा है
पुलिस की भूमिका में रेलकर्मी, यात्रियों पर 3 डिग्री की प्रैक्टिस करते हुए
गजब गुंडो की भर्ती हो गए हैं रेलवे में
15708 अमृतसर कटिहार एक्सप्रेस का मामला pic.twitter.com/9kgjBZqwt7
रेलवे प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषी टीटीई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है, और ऐसे व्यवहार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
बढ़ते सवाल
यह घटना भारतीय रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा और कर्मचारी अनुशासन पर सवाल खड़े करती है।
- क्या रेलवे में कर्मचारियों के लिए कोई व्यवहार प्रशिक्षण कार्यक्रम है?
- यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार के मामलों में त्वरित कार्रवाई क्यों नहीं होती?
- क्या इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन अपने कर्मचारियों के आचरण पर कड़ी निगरानी रखेगा?
अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस में हुई यह घटना भारतीय रेलवे की छवि पर एक काला धब्बा है। इस मामले में प्रशासन की तत्परता और पारदर्शिता पर भी नजर रहेगी।
यात्रियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए रेलवे को ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।