प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के सोराव सरकारी अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां डॉक्टर अधीक्षक अनुपम द्विवेदी ने सरेआम एक महिला कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उसकी पिटाई कर दी। इस घटना ने प्रदेश में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण:
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब महिला कर्मचारी ने वेतन काटने और चोरी के आरोपों का विरोध किया। डॉक्टर अनुपम द्विवेदी ने महिला से अपशब्द कहे और उसे शारीरिक रूप से चोट पहुंचाई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डॉक्टर ने महिला को यह कहते हुए मारा, “वेतन काट रहे हो, चोरी कर रहे हो, कैसे मारा हरामी।”
योगी सरकार की नीतियों पर सवाल:
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को प्राथमिकता देने का दावा करती है। “मिशन शक्ति” जैसे अभियानों के जरिए महिलाओं को अधिकार और सुरक्षा देने की बात की जाती है। लेकिन, इस घटना ने इन दावों पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
UP प्रयाराज सोराव में डॉक्टर अधीक्षक अनुपम द्विवेदी ने महिला कर्मचारी को ऑफिस में पीटा !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 17, 2025
यूपी में महिलाओं के सम्मान एक भयानक तस्वीर !!
"वेतन काट रहे हो चोरी कर रहे हो कैसे मारा हरामी"
जहां एक तरफ यूपी में योगी सरकार महिलाओं को सम्मान दिलाने का काम कर रही है !!
वहीं प्रयागराज… pic.twitter.com/HNFAiwIgOw
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। महिला कर्मचारी ने इस घटना की शिकायत उच्च अधिकारियों से की है। हालांकि, अब तक डॉक्टर अनुपम द्विवेदी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
महिलाओं की सुरक्षा पर चिंताएं:
यह घटना प्रदेश में महिलाओं के प्रति हो रहे दुर्व्यवहार का एक और उदाहरण है। इसने साबित कर दिया है कि सरकारी संस्थानों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई और जागरूकता की जरूरत है।
जनता का आक्रोश:
सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की जा रही है। लोगों ने डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। “योगी सरकार” की महिला सशक्तिकरण नीतियों को केवल कागजों तक सीमित बताते हुए जनता ने अपने गुस्से का इजहार किया।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए सिर्फ योजनाएं बनाना काफी नहीं है। इन्हें जमीनी स्तर पर लागू करना और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना बेहद जरूरी है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है और क्या डॉक्टर अनुपम द्विवेदी को उसके कृत्य की सजा मिलती है।