रांची: झारखंड की राजधानी रांची में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रांची शहर अंचल के सीओ (सर्किल ऑफिसर) मुंशी राम को 37 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
जमीन सीमांकन के लिए मांगी थी रिश्वत
मुंशी राम पर आरोप था कि उन्होंने जमीन के सीमांकन के कार्य के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद एसीबी की टीम ने शिकायत की पुष्टि के लिए योजना बनाई। शिकायत के सत्यापन के बाद, टीम ने जाल बिछाकर इस भ्रष्टाचार को उजागर किया।
पुष्पांजलि अपार्टमेंट में छापेमारी
गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने मुंशी राम के मोरहाबादी स्थित पुष्पांजलि अपार्टमेंट के फ्लैट में छापेमारी की। तलाशी के दौरान फ्लैट से 11 लाख 42 हजार रुपये नकद बरामद किए गए। इन रुपयों को जब्त कर लिया गया है।
जमीन संबंधी काम को लेकर मांग रहे थे रिश्वत, रणनीति के तहत जाल बिछा कर अधिकारी को दबोचा !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 3, 2025
जमीन के सीमांकन के लिए मांगी थी 50 हजार रुपये घूस, एसीबी झारखंड की टीम ने शिकायत के सत्यापन के बाद रंगे हाथ पकड़ा !!
रांची शहर अंचल के सीओ मुंशी राम को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो झारखंड की… pic.twitter.com/ee3y504Bzf
भ्रष्टाचार पर लगाम की कोशिश
झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि रिश्वतखोरी के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने जनता से अपील की है कि अगर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है तो तुरंत एसीबी को सूचित करें।
जनता में बढ़ा भरोसा
इस कार्रवाई के बाद शहरवासियों में एसीबी के प्रति विश्वास और अधिक बढ़ा है। लोगों ने एसीबी की टीम की प्रशंसा की है और उम्मीद जताई है कि इस तरह के कदम भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में मदद करेंगे।
एसीबी ने मुंशी राम से बरामद नकदी और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच एजेंसी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस मामले में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।
यह कार्रवाई झारखंड में प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में एक सख्त संदेश देती है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।