लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में पुलिस की अवैध वसूली के खिलाफ जनता का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार को भारी संख्या में व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने जानकीपुरम थाने का घेराव किया। गुस्साए लोगों ने "जानकीपुरम पुलिस मुर्दाबाद" के नारे लगाते हुए थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन में मौजूद व्यापारियों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जानकीपुरम थाने में तैनात पुलिसकर्मी प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र सिंह के इशारे पर दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब उनका धैर्य जवाब दे गया है।
पहली बार हुआ थाने का घेराव
जानकीपुरम में ऐसा पहली बार हुआ है कि व्यापारियों ने थानेदार और पुलिस के खिलाफ एकजुट होकर थाने का घेराव किया हो। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि जबसे उपेंद्र सिंह की तैनाती हुई है, तबसे जानकीपुरम क्षेत्र में व्यापार करना मुश्किल हो गया है।
एक स्थानीय व्यापारी ने बताया, "हम रोज मेहनत करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं, लेकिन पुलिस अवैध वसूली कर हमारी मेहनत की कमाई छीन लेती है। अगर हम पैसे नहीं देते, तो हमारे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं।"
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— कलम की चोट (@kalamkeechot) January 4, 2025
पुलिस की अवैध वसूली से परेशान व्यापारियों ने किया थाने का घेराव
UP की राजधानी लखनऊ में पुलिस की अवैध वसूली से परेशान होकर भारी संख्या में आज शनिवार को व्यापारियों एवं स्थानीय जनता नेजानकीपुरम थाने का घेराव कर जानकीपुरम पुलिस… pic.twitter.com/bRqhAY0LXb
जनता की मांग: अवैध वसूली पर लगे रोक
प्रदर्शन में शामिल स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध वसूली में लिप्त पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और ऐसे अधिकारियों को तत्काल हटाया जाए।
वहीं, प्रदर्शन के दौरान माहौल को शांत करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
यह मामला उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा करता है। जहां एक ओर सरकार विकास और सुधार की बात करती है, वहीं दूसरी ओर जनता का अपनी सुरक्षा एजेंसियों से भरोसा उठ रहा है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन व्यापारियों और स्थानीय जनता की मांगों को कितना गंभीरता से लेता है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।