सोशल मीडिया पर चल रही बहसों और चर्चाओं का केंद्र एक बार फिर "स्पेस" फीचर बना, जहां यूथ आर्मी ने ब्राह्मणवाद पर चर्चा से जुड़ा एक स्पेस ऑडियो साझा किया। इस ऑडियो के साथ यूथ आर्मी ने एक ट्वीट करते हुए बताया कि चर्चा में भाग लेने वाले सुजीत मिश्रा के बयान ने सभी को चौंका दिया।
सुजीत मिश्रा के विवादित बयान
स्पेस के दौरान सुजीत मिश्रा ने कहा, "मेरे लिए मेरे धर्म ग्रंथों के अलावा कुछ भी मायने नहीं रखता। मैं मुगलों की गुलामी भी कर सकता हूं। इंसान बचे या खत्म हो जाए, यह भारत देश बचे या नष्ट हो जाए, किसी का शोषण हो या वो मिट्टी में मिल जाए, ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य या शूद्र कोई भी हो, हमें किसी की कोई परवाह नहीं, हमें सिर्फ और सिर्फ अपने ग्रंथ बचाने हैं।"
उनके इस बयान ने स्पेस में मौजूद सभी वक्ताओं को हैरान कर दिया। चर्चा में हिस्सा लेने वाले अन्य वक्ताओं ने अपनी बात शालीनता और तर्क के साथ रखी, लेकिन मिश्रा के बयान ने चर्चा का माहौल बदल दिया।
कल रात एक स्पेस में ब्राह्मणवाद पर चर्चा चल रहा था मैं उस स्पेस में गया वहां सभी स्पीकर अपनी बात बड़ी शालीनता और तर्क के साथ रख रहे थे । लेकिन इसी बीच स्पीकर एक सुजीत मिश्रा नाम के व्यक्ति को मिलता है, उसकी बातें सुन कर सभी लोग हक्के बक्के रह गए ।
— YOUTH_ARMY (@Youth_Army_IN) January 4, 2025
सुजीत मिश्रा बोल रहा था कि उसके… pic.twitter.com/a0VQHI3Mel
यूथ आर्मी की प्रतिक्रिया
यूथ आर्मी ने इस ऑडियो को साझा करते हुए इस प्रकार की सोच पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे विचार समाज को विभाजित करने वाले हैं और भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की समावेशी भावना के खिलाफ हैं।
उनका कहना है कि धर्म और ग्रंथों के प्रति सम्मान होना स्वाभाविक है, लेकिन यह इस हद तक नहीं होना चाहिए कि इंसानियत, देश और समाज की परवाह ही खत्म हो जाए।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सुजीत मिश्रा के इस बयान ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। कुछ लोग उनके बयान को निजी विचार मानकर खारिज कर रहे हैं, तो कुछ इसे देश और समाज के लिए खतरा बता रहे हैं।
विवाद के व्यापक प्रभाव
यह घटना दर्शाती है कि सोशल मीडिया पर चर्चाओं का स्वरूप किस प्रकार तर्कपूर्ण संवाद से हटकर कटुता और विवाद की ओर बढ़ सकता है। अब देखना होगा कि यूथ आर्मी की आपत्ति पर संबंधित पक्ष कोई जवाब देते हैं या यह मामला यहीं समाप्त हो जाता है।