मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कोतवाली बिलारी क्षेत्र में स्थित गन्ना मिल में किसानों के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज किसानों ने मंगलवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोप लगाया है कि गन्ना मिल प्रशासन ने बाहरी लोगों को बुलाकर उनके साथ मारपीट कराई।
घटना की पृष्ठभूमि
किसानों का कहना है कि बीते दिनों गन्ना मिल में उनका विवाद हुआ, जिसके बाद बाहरी लोगों की मदद से उनके साथ मारपीट की गई। घटना के दौरान कई किसान घायल हो गए थे। इसके बावजूद पुलिस ने अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है।
किसानों का आरोप
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा, "गन्ना मिल प्रशासन ने जानबूझकर बाहरी लोगों को बुलाकर हम पर हमला कराया। हम अपनी फसल का सही भुगतान और समस्याओं का समाधान मांगने गए थे, लेकिन हमें पीटा गया।" किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने घटना को नजरअंदाज कर दिया है और दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है।
गन्ना मिल में किसानों के साथ हुई मारपीट को लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया
— कलम की चोट (@kalamkeechot) January 10, 2025
आरोप है कि गन्ना मिल ने बाहरी लोगों को बुलाया था, जिनके साथ उनकी झड़प हुई
घटना के बाद किसानों में आक्रोश बढ़ गया है और वे आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहे… pic.twitter.com/ph9gLjdMaJ
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
कोतवाली बिलारी पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। एक अधिकारी ने कहा, "किसानों की शिकायत दर्ज कर ली गई है, और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यदि गन्ना मिल प्रशासन दोषी पाया जाता है, तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।"
बढ़ता आक्रोश
घटना के बाद किसानों ने गन्ना मिल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और गन्ना मिल प्रशासन की भूमिका की भी जांच की जाए।
किसानों की मुख्य मांगें
- आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी।
- घायल किसानों के लिए मुआवजा।
- गन्ना मिल प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जाए।
- भविष्य में किसानों के साथ ऐसा व्यवहार न हो, इसके लिए उचित प्रबंध।
क्षेत्र में तनाव
घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे और आंदोलन को जिले भर में फैलाने की योजना बनाएंगे।
यह घटना न केवल गन्ना मिल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि किसानों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की अनदेखी को भी उजागर करती है। प्रशासन के लिए यह आवश्यक है कि वह इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करे, ताकि किसानों का विश्वास बहाल हो सके।