मैनपुरी, किशनी थाना क्षेत्र के किठाह गांव में गौ तस्करी के एक मामले में पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस कार्रवाई में पुलिस ने 37 गोवंश को तस्करों के कब्जे से छुड़ाया और सात तस्करों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए तस्करों के पास से दो तमंचे, कारतूस और तस्करी में उपयोग की जा रही सामग्री भी बरामद की गई है।
घटना का विवरण
किशनी थाना प्रभारी महाराज सिंह भाटी को मुखबिर से सूचना मिली कि कुसमरा के पास किठाह गांव के खाली खेतों में गौ तस्कर गोवंशों को ले जा रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस ने तस्करों को रोकने की कोशिश की, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तस्करों को घेरकर पकड़ लिया।
यूपी के मैनपुरी में किशनी थाना क्षेत्र में गौ तस्करी करने वाले तस्करों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 5, 2025
शिकारी ने कर लिया शिकार मोबीन खां ने खुद को सुरक्षित रखने के लिए 6 हिंदुओं को अधिक पैसा कमाने का लालच देकर गोकशी जैसे जघन्य अपराध में किया शामिल !!
थाना क्षेत्र में गो तस्करी… pic.twitter.com/9fPu9tjUUp
पकड़े गए तस्करों के नाम
गिरफ्तार तस्करों ने अपने नाम इस प्रकार बताए हैं:
- मोबीन खां पुत्र छोटे खां (सिरसाखेड़ा, थाना मुढापाण्डे, मुरादाबाद, यूपी)
- राजू भदौरिया पुत्र बद्रीप्रसाद (बांगामथा, थाना देवपुरा, बूंदी, राजस्थान)
- गंगाराम पुत्र दुर्गालाल (कमल का कुआं, थाना अनंतपुरा, कोटा, राजस्थान)
- मोहर सिंह सिसौदिया पुत्र बद्रीप्रसाद (कोदूकोटा, थाना हिरास, भीलवाड़ा, राजस्थान)
- वीरभान पुत्र दल्ला
- वीर सिंह पुत्र रामसिंह चौहान
- रामसिंह पुत्र भूरा (तीनों निवासी कमल का कुआं, अनंतपुरा, कोटा, राजस्थान)
तस्करों की योजना और मोडस ऑपरेंडी
गिरफ्तार तस्करों में से मुख्य आरोपी मोबीन खां ने पूछताछ के दौरान बताया कि अधिक पैसा कमाने के लालच में उसने 6 हिंदू व्यक्तियों को गोकशी जैसे जघन्य अपराध में शामिल कर लिया। वे लोग गोवंशों को चोरी-छिपे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाकर अवैध रूप से गोकशी करते थे।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने सभी तस्करों के खिलाफ पशु क्रूरता और पशु तस्करी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और कहा है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
स्थानीय प्रशासन का बयान
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तस्करों के कब्जे से 37 गोवंश बरामद हुए हैं। उनके पास से अवैध हथियार भी मिले हैं, जिनसे यह स्पष्ट होता है कि वे बड़े स्तर पर तस्करी में शामिल थे। प्रशासन ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की है और मांग की है कि गौ तस्करी के मामलों को जड़ से खत्म किया जाए।
घटना के बाद क्षेत्र में शांति है, लेकिन पुलिस सतर्क है और निगरानी के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।