बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) - जिले में शुक्रवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। जैदपुर थाना क्षेत्र के टिकरा निवासी इसरार, जो एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्स्टेंस एक्ट) के आरोप में जेल में बंद था, ने पेशी के दौरान पुलिस अभिरक्षा से भागने का प्रयास किया।
पेशी के लिए बाराबंकी न्यायालय में लाए गए इसरार ने पुलिस का हाथ छुड़ाया और तीन मंजिला इमारत से छलांग लगा दी। इसरार की इस खतरनाक हरकत के चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला?
इसरार को जैदपुर थाना क्षेत्र से एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था और वह पिछले कुछ महीनों से जेल में बंद था। शुक्रवार को उसे न्यायालय में पेशी के लिए लाया गया था। इसी दौरान मौका पाकर उसने भागने की कोशिश की और तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी।
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
इस घटना ने पुलिस अभिरक्षा में लापरवाही के सवाल खड़े कर दिए हैं। कैसे एक आरोपी पुलिस की निगरानी में इस तरह का कदम उठाने में सफल हो गया, इस पर जांच के आदेश दिए गए हैं।
यूपी में पुलिस अभिरक्षा से हाथ छुड़ाकर भागा और तीसरी मंजिल से लगाई छलांग, हालत गंभीर !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 17, 2025
यूपी के बाराबंकी में न्यायालय में जेल से पेशी पर आया मुलजिम तीन मंजिला बिल्डिंग से कूदा !!
जैदपुर थाना क्षेत्र के टिकरा निवासी मुलजिम इसरार एनडीपीएस के आरोप में था जेल में बंद, तीसरी मंजिल… pic.twitter.com/PGjgkwEEyR
मौके पर अफरा-तफरी
घटना के बाद न्यायालय परिसर में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मियों और मौजूद लोगों ने तुरंत घायल आरोपी को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार, इसरार को कई गंभीर चोटें आई हैं और उसकी हालत नाजुक है।
जांच जारी
पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसरार की मानसिक स्थिति और इस घटना के पीछे की मंशा का भी पता लगाया जा रहा है।
न्यायालय की सुरक्षा पर भी सवाल
इस घटना ने न्यायालय परिसर की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे मामलों में सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की जरूरत महसूस की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
बाराबंकी में हुई इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। प्रशासन और पुलिस के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है।