पचेरी (झुंझुनूं): मेघपुर के एक ईंट भट्टे पर दलित ट्रैक्टर चालक के साथ बेरहमी से मारपीट और फिरौती वसूलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना में ट्रैक्टर ड्राइवर को बुरी तरह पीटने के बाद रातभर बंधक बनाकर रखा गया। उसे छोड़ने के लिए आरोपियों ने एक लाख रुपये की मांग की। इस घटना का ऑडियो भी वायरल हो रहा है।
पानी पीने पर हुई मारपीट
घटना 18 जनवरी की शाम की है, जब सीकर जिले के खंडेला निवासी चिमनलाल मेघवाल और उनके साथी चालक परमेश्वर शर्मा ईंट लाने के लिए मेघपुर के भट्टे पर पहुंचे। ईंट लोड कराने के बाद, चिमनलाल भट्टे पर रखे मटके से पानी पीने लगे। इसी दौरान, भट्टा मालिक विनोद यादव ने पीछे से लात मारकर उन्हें गिरा दिया और गाली-गलौच करने लगे।
चिमनलाल ने विनोद से कहा कि अगर मटका छूने से समस्या है, तो वह दूसरा मटका लाकर देंगे। इस पर विनोद और उसके साथी मुनीम बलराज ने परमेश्वर को भी पीट डाला।
बंधक बनाकर फिरौती की मांग
रात करीब 11 बजे दोनों चालकों को गाड़ी में डालकर अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। वहां उन्हें एक कोटड़ी में बंधक बनाकर रखा गया। आरोपियों ने चालकों के परिजनों और ट्रैक्टर मालिक से फोन कर एक लाख रुपये मांगे। पैसे न देने पर और अधिक मारपीट की धमकी दी गई।
रातभर की यातना के बाद, चिमनलाल ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। परमेश्वर को परिजनों द्वारा 20 हजार रुपये फोन पे के जरिए भिजवाने पर छोड़ा गया। बाकी रकम सुबह नगद देने पर ही मुक्त किया गया।
ऑडियो हुआ वायरल
घटना से जुड़े दो ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें चिमनलाल की चीख-पुकार और आरोपियों द्वारा गाली-गलौच के साथ फिरौती की मांग साफ सुनी जा सकती है।
पुलिस में मामला दर्ज
पीड़ित ने पचेरी कलां थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर चिमनलाल का मेडिकल परीक्षण कराया है। डीएसपी नोपाराम भाकर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
राजस्थान झुंझुनू में दलित युवक चिमनलाल मेघवाल को पानी का मटका छूने पर भट्टा मालिक विनोद यादव ने बेरहमी से पीटा जातिसूचक गालियां दीं और रातभर बंधक बनाया।परमेश्वर शर्मा ने मदद की कोशिश की, तो उन्हें भी मारा।अंत में 1 लाख रु.लेकर छोड़ा गया। यह जातीय अत्याचार कब रुकेगा? pic.twitter.com/r2qPmTcpgU
— Er.Rameshwar Dhangar (@RameshwarDhan12) January 21, 2025
सामाजिक आक्रोश और न्याय की मांग
घटना को लेकर क्षेत्र में भारी आक्रोश है। दलित संगठनों ने इसे जातिगत भेदभाव और अत्याचार का मामला बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित का बयान और आगे की जांच
चिमनलाल ने बताया कि उनके ट्रैक्टर मालिक बलदेव मीणा का केवल 16 हजार रुपये का लेन-देन बाकी था, जिसे चुकाने का वह आश्वासन पहले ही दे चुके थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि समाज में जातिगत भेदभाव की गहरी जड़ें भी उजागर करती है।