नसों से जुड़ी समस्याएं जैसे कमजोरी, झनझनाहट, रक्त प्रवाह की कमी, और सुन्नता आजकल आम हो गई हैं। यह समस्याएं अक्सर हमारी गलत जीवनशैली, लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठने, और व्यायाम की कमी के कारण होती हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि सिर्फ 15 दिन तक सही व्यायाम करने से इनसे राहत मिल सकती है।
यहां हम आपको 5 ऐसे व्यायामों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी नसों को स्वस्थ और सक्रिय बनाएंगे।
1. अनुलोम-विलोम प्राणायाम
- कैसे करें:
सीधा बैठें, अपनी दाईं नासिका बंद करें और बाईं नासिका से सांस लें। फिर बाईं नासिका बंद करें और दाईं से सांस छोड़ें। - फायदे:
यह व्यायाम रक्त प्रवाह को सुचारू करता है और नसों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है।
2. पवनमुक्तासन
- कैसे करें:
पीठ के बल लेटकर अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और छाती की तरफ लाएं। हाथों से घुटनों को पकड़ें और कुछ सेकंड तक इस मुद्रा में रहें। - फायदे:
यह आसन नर्व सिस्टम को आराम देता है और नसों में तनाव को कम करता है।
3. अर्ध-चक्रासन (हाफ वील पोज़)
- कैसे करें:
पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर रखें। अब अपनी कमर को ऊपर की तरफ उठाएं। - फायदे:
यह व्यायाम रीढ़ और नसों को मजबूत बनाता है, जिससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है।
4. हाथ-पैरों का स्ट्रेचिंग
- कैसे करें:
सीधे खड़े होकर दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और शरीर को पूरा खींचें। फिर धीरे-धीरे झुककर पैर के अंगूठों को छूने की कोशिश करें। - फायदे:
यह नसों में फुर्ती लाने और खिंचाव को दूर करने में मदद करता है।
5. बटरफ्लाई पोज़ (तितली आसन)
- कैसे करें:
जमीन पर बैठकर अपने पैरों को मोड़ें और तलवों को जोड़ें। अब अपने घुटनों को ऊपर-नीचे करें जैसे तितली के पंख। - फायदे:
यह रक्त प्रवाह को तेज करता है और शरीर को तनावमुक्त करता है।
विशेषज्ञों की सलाह
योग विशेषज्ञों के अनुसार, इन व्यायामों को नियमित रूप से सुबह के समय करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके साथ ही, हेल्दी डाइट और भरपूर पानी पीने की आदत भी नसों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।
अगर आप नसों से जुड़ी समस्याओं से परेशान हैं, तो इन 5 व्यायामों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। सिर्फ 15 दिन में आपको असर दिखने लगेगा और आपकी नसें स्वस्थ और मजबूत हो जाएंगी।
(स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।)