बरेली, उत्तर प्रदेश: बरेली पुलिस ने 32 साल से लूट के मामले में फरार चल रहे राम आधार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने 1992 में लूट के बाद साधु का वेश धारण कर लिया था और इस दौरान उसने हज़ारों भक्त बना लिए थे।
पुलिस के अनुसार, लूट के बाद राम आधार ने खुद को साधु के रूप में स्थापित कर लिया था। उसने एक आध्यात्मिक नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई, और लोग उसे बाबा मानकर आशीर्वाद लेने दूर-दूर से आते थे। लेकिन हाल ही में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि यह बाबा दरअसल वॉन्टेड अपराधी राम आधार है।
UP के बरेली से पुलिस ने लूट के मामले में 32 साल से वांटेड चल रहे राम आधार नाम के व्यक्ति को अरेस्ट किया है। साधू के वेश में रह रहे आरोपी के हज़ारो अनुयाई है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया।
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) December 22, 2024
पुलिस ने बताया कि 1992 में लूट के बाद आरोपी ने साधु का भेष बना लिया था।… pic.twitter.com/zC5WHKVqsp
पुलिस ने सूचना के आधार पर उसके घर पर दबिश दी और उसे उसी साधु के वेश में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपने अपराध को छुपाने के लिए साधु का भेष बनाया था और इस चाल से 32 साल तक फरार रहा।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। इस घटना के बाद आरोपी के भक्त हैरान हैं और यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि जिसे वे बाबा मानते थे, वह असल में एक अपराधी था।
पुलिस मामले की और जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतने लंबे समय तक उसे छुपाने में किसी ने उसकी मदद की थी या नहीं।