लंदन, 17 जुलाई 2021 – वेस्ट लंदन के साउथॉल पार्क में हुई एक दर्दनाक घटना ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया। 35 वर्षीय मोहम्मद इडो को तीन बच्चों की मां नताली शॉटर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया है। इस जघन्य अपराध ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
घटना का विवरण
17 जुलाई 2021 की सुबह, एक राहगीर ने साउथॉल पार्क में नताली को बेहोश अवस्था में पाया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि मोहम्मद इडो ने पार्क में नताली को बेंच पर देखा और 15 मिनट के भीतर उस पर बर्बर हमला किया। इस हमले ने न सिर्फ उसे गंभीर रूप से घायल किया, बल्कि दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई।
परिवार का दुख और कार्रवाई की मांग
नताली की मां, डॉ. कैस शॉटर-वीटमैन, जो एनएचएस में कार्डियोलॉजिस्ट हैं, ने अपनी बेटी की मौत पर गहरा दुख और गुस्सा व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “आज महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित महसूस नहीं कर सकतीं। हमें महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करने के लिए अपनी मानसिकता बदलनी होगी। कोई भी मां अपनी बेटी के साथ ऐसा होते हुए नहीं देखना चाहती।”
जांच और सजा
गिरफ्तारी के बाद, इडो ने दावा किया कि यह घटना आपसी सहमति से हुई थी, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और डीएनए साक्ष्य ने उसकी बात को गलत साबित कर दिया। जज रिचर्ड मार्क्स के.सी. ने इडो को उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसमें कम से कम 10 साल और 8 महीने की सजा काटनी होगी। जज ने इस अपराध को "दुष्टतापूर्ण और पूरी तरह से लापरवाह" करार दिया।
समाज पर प्रभाव
इस मामले ने महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह घटना याद दिलाती है कि सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए खतरे अभी भी खत्म नहीं हुए हैं। नताली की मां ने अपनी बेटी को "दयालु आत्मा" और "सबसे मददगार लड़की" के रूप में याद किया। उनकी मृत्यु ने उनके परिवार को शोक में डुबो दिया है और समाज में बदलाव की आवश्यकता को उजागर किया है।
एकजुटता की जरूरत
यह घटना सिर्फ एक दुखद कहानी नहीं, बल्कि समाज के लिए चेतावनी है। यह दिखाती है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। नताली शॉटर की मौत ने एक ऐसा संदेश छोड़ा है जो समाज में बदलाव के लिए प्रेरणा बनेगा।
नताली की कहानी महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करने और पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में समाज को जगाने की एक पुकार है। उनका नाम उस बदलाव का प्रतीक है जिसकी हमें आज आवश्यकता है।