फतेहपुर। राधा नगर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पुलिस की मौजूदगी में सरेआम मारपीट और हंगामा हुआ। इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना के दौरान सड़क पर थप्पड़, घूंसे और मुक्कों की बौछार होती रही। राधा नगर थाना की पुलिस गाड़ी पास में खड़ी थी, लेकिन अधिकारी और पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने तमाशा देखते रहे। मारपीट के दौरान राहगीरों और स्थानीय लोगों ने भी पुलिस से हस्तक्षेप की उम्मीद की, लेकिन उनकी निष्क्रियता ने सभी को निराश किया।
मामले की शुरुआत किसी आपसी विवाद से हुई बताई जा रही है, जो देखते ही देखते सार्वजनिक हिंसा में बदल गई। हंगामे के कारण सड़क पर यातायात बाधित हो गया और लोग भयभीत नजर आए।
थप्पड़ बाजी घुसा भूसा मुक्की हो रही है#राधा_नगर थाना मुख दर्शक बनकर देखता रहा तमाशा और रोड पर जमकर हुई मारपीट !!#फतेहपुर के राधानगर थाना का यह मामला पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है !! #viralvideo pic.twitter.com/Dt9BpNZSeV
— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) December 5, 2024
प्रशासन पर सवालिया निशान
स्थानीय लोगों का कहना है कि राधा नगर थाना की पुलिस की निष्क्रियता कोई नई बात नहीं है। घटना के समय मौजूद एक चश्मदीद ने बताया, "पुलिस मौके पर थी लेकिन उन्होंने एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया। अगर पुलिस समय पर हस्तक्षेप करती, तो यह विवाद इतनी हिंसा में नहीं बदलता।"
जब इस घटना पर राधा नगर थाना के प्रभारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने मामले की जानकारी न होने का हवाला दिया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, यह जवाब स्थानीय नागरिकों की नाराजगी को कम नहीं कर सका।
इस घटना ने फतेहपुर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जिला प्रशासन और उच्च अधिकारियों से मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
स्थानीय जनता का कहना है कि ऐसी घटनाएं पुलिस प्रशासन की जवाबदेही पर चोट करती हैं। अब देखना होगा कि क्या इस घटना पर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा या इसे भी अन्य मामलों की तरह भुला दिया जाएगा।
इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था को चुनौती देती हैं, बल्कि आम जनता में पुलिस प्रशासन की साख को भी कमजोर करती हैं। सक्रियता और त्वरित कार्रवाई ही ऐसे मामलों का समाधान है।