कुल्लू, हिमाचल प्रदेश: एक चौंकाने वाला वीडियो, जिसमें कुल्लू के एक एसडीएम (उपमंडल अधिकारी) को सरकारी वाहन शराब के नशे में चलाते हुए दिखाया गया है, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना, जो एक दुर्घटना में समाप्त हुई, ने सार्वजनिक अधिकारियों के आचरण और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वायरल वीडियो
विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर व्यापक रूप से प्रसारित इस वीडियो में कथित तौर पर एक व्यक्ति, जिसकी पहचान एसडीएम के रूप में हुई है, "एसडीएम" के निशान वाले वाहन को चलाते हुए देखा जा सकता है। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि अधिकारी वाहन चलाते समय नशे में थे। फुटेज में दुर्घटना से पहले और बाद के क्षणों को कैद किया गया है, जिसमें राहगीरों ने अधिकारी के व्यवहार पर हैरानी और नाराजगी जताई है।
उठाए गए प्रमुख सवाल
- अनधिकृत वाहन संचालन: नियमों के अनुसार, सरकारी अधिकारियों को आधिकारिक वाहनों को व्यक्तिगत रूप से चलाने की अनुमति नहीं है। यह कार्य राज्य द्वारा नियुक्त पेशेवर चालकों के लिए निर्धारित है।
- नशे की हालत में वाहन चलाना: अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो शराब के नशे में वाहन चलाना न केवल यातायात नियमों का उल्लंघन है, बल्कि एक सार्वजनिक सेवक से अपेक्षित नैतिक मानकों को भी कम करता है।
- सार्वजनिक जवाबदेही: इस वीडियो ने उच्च रैंक के अधिकारी के ऐसे व्यवहार पर उचित कार्रवाई की मांग करते हुए ऑनलाइन बहस छेड़ दी है।
कुल्लू का बताया जा रहा वीडियो वायरल !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) December 27, 2024
एसडीएम लिखी गाड़ी को शराब पीकर कर रहे थे ड्राइविंग हुआ एक्सीडेंट, चलाने वाले व्यक्ति एसडीएम साहब बताई जा रहे हैं !!
बाकी वीडियो पूरी देख आप समझ जायेंगे वीडियो क्यों वायरल हो रही है !!
वैसे अगर ये SDM है तो इनका ड्राईवर गया है और अधिकारी… pic.twitter.com/caTfe9oWuA
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही की कमी पर सवाल उठाने वाले टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है। आम राय यह है कि सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कानून से ऊपर कोई भी नहीं है।
- एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, "यदि यह वास्तव में एक एसडीएम है, तो यह एक बहुत ही खतरनाक उदाहरण प्रस्तुत करता है। हम उस व्यवस्था पर कैसे भरोसा कर सकते हैं जब कानून लागू करने वाले स्वयं इसका उल्लंघन करते हैं?"
- एक अन्य उपयोगकर्ता ने पूछा, "क्या अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह दबा दिया जाएगा?"
संभावित कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो एसडीएम को कई आरोपों का सामना करना पड़ सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- शराब के नशे में वाहन चलाना।
- लापरवाही के कारण दुर्घटना।
- सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग।
इसके अलावा, प्रशासनिक कार्रवाई में निलंबन, विभागीय जांच, या यहां तक कि सेवा से बर्खास्तगी भी शामिल हो सकती है, जो निष्कर्षों की गंभीरता पर निर्भर करेगी।
आधिकारिक प्रतिक्रिया
अब तक जिला प्रशासन या हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। संबंधित अधिकारियों से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के प्रयासों का कोई उत्तर नहीं मिला है।
यह घटना सार्वजनिक अधिकारियों में पारदर्शिता और जवाबदेही की सख्त आवश्यकता को उजागर करती है। यह देखना बाकी है कि क्या संबंधित एसडीएम अपने कथित कृत्यों के लिए परिणामों का सामना करेंगे। जनता की न्याय की मांग यह याद दिलाती है कि कानून का शासन सभी के लिए समान होना चाहिए, चाहे वह व्यक्ति किसी भी रैंक या पद पर हो।