नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर अपने विचारों को बेबाकी से रखने वाली मिशा इशी ने हाल ही में ट्रोल्स और गालीबाज़ों पर तीखा प्रहार किया। अपने एक पोस्ट में उन्होंने ट्रोल्स को "गिद्धों का झुंड" करार दिया और उनके व्यवहार को "चरित्रहनन और बकवास तक सीमित" बताया।
मिशा ने लिखा, "ट्रोल्स और गालीबाज़ों का झुंड बस दूसरों पर अपनी धौंस जमाने और कमजोर को निशाना बनाने का काम करता है। उनका नैतिक स्तर शून्य है, और ऐसे लोग मेहनतकश और ईमानदार व्यक्तियों के बराबर नहीं हो सकते।"
Trolls और गालीबाज़ो का झुंड है , जिन्हे लोगो का चरित्रहनन और बकवास के इलावा कुछ नहीं करना आता है । दिन पर लोगों पर अपनी धौंस जमाना उनके जीवन का लक्ष्य है ।
— Misha ishi (@ishi_misha) December 30, 2024
आप उनसे ज़्यादा बड़े लड़ाके हैं कभी किसी ताइक्वांडो या किसी भी फाइटर से पूछियेगा उनकी ट्रेनिंग का जरूरी हिस्सा होता है…
उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी समझाया कि असली लड़ाके कभी शो ऑफ नहीं करते। मिशा ने कहा, "ताइक्वांडो या किसी भी फाइटर से पूछिए, उनकी ट्रेनिंग में पेशेंस और दर्द सहने की प्रैक्टिस शामिल होती है। मैंने असली लड़ाकों को देखा है; वे जुबान के वीर नहीं होते, बल्कि बहुत विनम्र होते हैं।"
मिशा ने ट्रोल्स की तुलना गिद्धों से की, जो केवल कमजोरों पर हमला करते हैं। उन्होंने कहा, "डरपोक इंसान ही अपने से कमजोर पर हिंसा करता है। समाज ऐसे लोगों की बात नहीं सुनता, और यही वजह है कि ये दिनभर चिल्लाते रहते हैं।"
उन्होंने अपने फॉलोअर्स को हिम्मत और धैर्य बनाए रखने की सलाह दी। उनकी पोस्ट के अंत में लिखा गया, "आपके पास धैर्य और फुर्ती है। इन बुजदिलों से डरने की जरूरत नहीं।"
मिशा की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और इसे यूजर्स से भारी समर्थन मिल रहा है। कई लोगों ने उनकी बातों का समर्थन करते हुए ट्रोलिंग के खिलाफ एकजुटता दिखाई है।
ट्रोलिंग के बढ़ते मामलों के बीच मिशा इशी का यह साहसिक कदम उन लोगों के लिए प्रेरणा बन सकता है, जो ऑनलाइन ट्रोल्स का सामना कर रहे हैं।