उत्तराखंड के प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से एक अद्भुत लेकिन दुखद घटना सामने आई है। बिजरानी रेंज में एक बाघ द्वारा लगातार तीन दिनों तक पीछा किए जाने के बाद एक हाथी की थकान से मौत हो गई। यह घटना कैमरे में कैद हो गई, जिसने वन्यजीवन के बीच संघर्ष और प्राकृतिक संतुलन के कठोर पक्ष को उजागर किया।
सफारी मार्ग पर मिला हाथी का शव
जिम कॉर्बेट पार्क के उपनिदेशक राहुल मिश्रा ने बताया कि बिजरानी रेंज के सफारी मार्ग पर एक हाथी का शव पाया गया। गश्त के दौरान वन विभाग की टीम ने देखा कि एक बाघ लगातार मृत हाथी के पास मौजूद है। इस घटना का वीडियो भी बनाया गया, जो इस दुर्लभ और असामान्य घटना का प्रमाण है।
उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट पार्क में एक हाथी को बाघ ने 3 दिन तक इतना दौड़ाया कि हाथी की थक कर मौत हो गई। यह पूरा वाक्या कैमरे में कैद मिला।
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) December 22, 2024
उपनिदेशक राहुल मिश्रा ने बताया कि बिजरानी रेंज के सफारी मार्ग पर एक हाथी का शव मिला। गश्त के दौरान एक बाघ को मृत हाथी के पीछे लगातार देखा जा… pic.twitter.com/54BqqmGRlv
तीन दिनों तक पीछा करता रहा बाघ
राहुल मिश्रा ने बताया कि यह घटना दिन और रात दोनों समय घटित हुई। बाघ लगातार हाथी का पीछा करता रहा, जिसके कारण हाथी थकान से लड़खड़ाकर जमीन पर गिर गया और उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि ऐसा मामला पहले शायद ही कभी देखा गया हो।
वन्यजीवन में संघर्ष का प्रतीक
यह घटना वन्यजीवन के जटिल संबंधों और संघर्ष को दर्शाती है। बाघ और हाथी जैसे शक्तिशाली जानवरों के बीच इस तरह की घटना बेहद दुर्लभ होती है। वन विभाग इस घटना की गहन जांच कर रहा है और यह समझने की कोशिश कर रहा है कि बाघ ने हाथी का पीछा क्यों किया।
पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी
वन विभाग ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को इस क्षेत्र में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बिजरानी रेंज में फिलहाल बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
यह घटना न केवल वन्यजीवन के अद्भुत पहलुओं को उजागर करती है, बल्कि यह भी याद दिलाती है कि प्राकृतिक संसार में जीवन और मृत्यु का चक्र कितना कठोर और अप्रत्याशित हो सकता है।