मेरठ, उत्तर प्रदेश – अपराधमुक्त प्रदेश के दावों के बीच मेरठ जिले से एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 11वीं कक्षा के छात्र की काली नदी के पास हथौड़े से हत्या कर दी गई। इस मामले ने न केवल क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, बल्कि समाज में नैतिकता और साइबर अपराधों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का कारण
हत्या का शिकार हुए छात्र की पहचान अभिनव (काल्पनिक नाम) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, अभिनव ने अपने दोस्त के मोबाइल फोन से उसकी गर्लफ्रेंड का आपत्तिजनक फोटो चुरा लिया था। इसके बाद, उसने वह फोटो गर्लफ्रेंड को भेजकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
गर्लफ्रेंड ने यह जानकारी अपने बॉयफ्रेंड को दी। गुस्से और अपमान से भरकर बॉयफ्रेंड ने अभिनव को सबक सिखाने की ठानी। योजनाबद्ध तरीके से उसे काली नदी के पास बुलाया गया और वहां उसकी हथौड़े से निर्मम हत्या कर दी गई।
पुलिस कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मेरठ के एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच तेज़ी से चल रही है। आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
समाज में चिंता
यह घटना समाज में बढ़ते साइबर अपराध और नैतिक मूल्यों के ह्रास का प्रतीक मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि किशोरों में बढ़ती तकनीकी पहुंच और भावनात्मक अस्थिरता ऐसे खतरनाक परिणामों की ओर ले जाती है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना से स्थानीय लोग गहरे सदमे में हैं। एक निवासी ने कहा, "हमारे बच्चे किस दिशा में जा रहे हैं? यह हम सबके लिए चेतावनी है कि बच्चों पर नजर रखें और उन्हें सही-गलत की पहचान सिखाएं।"
सरकार के लिए सवाल
उत्तर प्रदेश सरकार, जो प्रदेश को अपराधमुक्त बनाने के बड़े दावे करती है, इस घटना के बाद सवालों के घेरे में आ गई है। आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में हाल के महीनों में हत्या और अन्य जघन्य अपराधों की घटनाएं बढ़ी हैं।
यह मामला कानून व्यवस्था और समाज में नैतिकता की कमी का गंभीर उदाहरण है। यह न केवल कानून के लिए बल्कि माता-पिता और शिक्षकों के लिए भी एक चेतावनी है कि बच्चों को सही दिशा में मार्गदर्शन दें।