पश्चिम बंगाल में एक बड़ा शिक्षा घोटाला सामने आया है, जिसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। इस घोटाले में छात्रों को मुफ्त टैबलेट देने की योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है और करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
क्या है टैब स्कैम?
राज्य सरकार द्वारा छात्रों को मुफ्त टैबलेट देने की योजना शुरू की गई थी, ताकि वे ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकें। इस योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे। लेकिन अब पता चला है कि इस योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है और कई छात्रों को टैबलेट नहीं मिले हैं।
SIT की जांच
SIT इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। जांच में अब तक सामने आया है कि कई अधिकारियों और ठेकेदारों ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया है। इन लोगों ने टैबलेट खरीदने के लिए दिए गए पैसे को अपने पास रख लिया और छात्रों को घटिया गुणवत्ता वाले टैबलेट या फिर बिल्कुल टैबलेट नहीं दिए।
छात्रों का रोष
इस घोटाले से छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। कई छात्रों ने आरोप लगाया है कि इस घोटाले के कारण वे ऑनलाइन कक्षाओं में भाग नहीं ले पा रहे हैं और उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। छात्रों ने इस घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सरकार की कार्रवाई
राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सरकार ने SIT को निर्देश दिया है कि वह इस मामले की जांच जल्द से जल्द पूरी करे और दोषियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजे।
जनता की प्रतिक्रिया
इस घोटाले से जनता में सरकार के खिलाफ रोष है। लोग सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस मामले में सभी दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।