ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव माना गया है। सही दिशा में स्थित ग्रह जहां जीवन को खुशहाल बनाते हैं, वहीं खराब ग्रह जीवन में मुश्किलें पैदा कर सकते हैं। प्रसिद्ध भजन गायिका और आध्यात्मिक प्रवक्ता जया किशोरी ने अपने हालिया प्रवचनों में ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचने के कुछ सरल उपाय बताए हैं। आइए जानते हैं उनके विचार।
ग्रहों का बुरा प्रभाव कैसे पड़ता है?
जया किशोरी के अनुसार, यदि कुंडली में ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं, तो यह जीवन में बाधाएं और परेशानियां लेकर आ सकते हैं।
- शनि ग्रह का दुष्प्रभाव नौकरी, व्यापार और स्वास्थ्य में बाधाएं डाल सकता है।
- मंगल दोष वैवाहिक जीवन और क्रोध को प्रभावित करता है।
- राहु और केतु मानसिक तनाव और भ्रम पैदा कर सकते हैं।
ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचाव के उपाय
1. नियमित पूजा और ध्यान करें
जया किशोरी ने बताया कि ईश्वर की आराधना और ध्यान से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव भी कम होता है। विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना शनि और राहु-केतु के दोष को शांत करती है।
2. हनुमान चालीसा का पाठ करें
हनुमानजी की कृपा से शनि ग्रह के दोषों से मुक्ति पाई जा सकती है। हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभकारी होता है।
3. दान और सेवा का महत्व
उन्होंने बताया कि ग्रहों को शांत करने के लिए जरूरतमंदों को दान देना सबसे बड़ा उपाय है।
- शनि के दोष के लिए काले तिल और सरसों का तेल दान करें।
- मंगल दोष के लिए मंगलवार को गुड़ और चना बांटें।
- राहु-केतु दोष के लिए गरीबों को कपड़े और भोजन दान करें।
4. गायत्री मंत्र का जाप करें
जया किशोरी ने गायत्री मंत्र के जाप को ग्रह दोष निवारण का सबसे सशक्त माध्यम बताया। इसे सुबह और शाम 108 बार जपने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
5. कर्म पर ध्यान दें
जया किशोरी का कहना है कि ग्रहों का असर कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने कर्म को सुधारें। ईमानदारी और परिश्रम से किया गया काम हमेशा शुभ फल देता है।
जया किशोरी का संदेश
जया किशोरी ने अपने अनुयायियों को यह संदेश दिया कि ईश्वर में आस्था और सकारात्मक दृष्टिकोण से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है। ग्रहों का प्रभाव चाहे जैसा भी हो, सही कर्म और ईश्वर की कृपा से उसे बदला जा सकता है।